रांची।गिरिडीह के मुफस्सिल थाना इलाके के टिकोडीह-चुंजका के समीप अवस्थित ब्रह्मडीहा ओपनकास्ट माइंस (केस्ट्रोन माइिनंग) में रखे कोयले के स्टॉक से दो हजार टन कोयला गायब हो गया है। दरअसल, पांच वर्ष पूर्व सीबीआइ कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले की जांच कर रही थी। उसी दौरान स्टॉक का ब्यौरा लेते हुए इस कोयले को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया था। उस स्टॉक में सेंधमारी हो गयी है। न सिर्फ छोटे-मोटे चोरों ने इस स्टॉक पर हाथ साफ किया है, बल्कि मौका मिलने पर मिलीभगत कर ट्रक से ही कोयला गायब कर दिया जाता है। यह चोरी इसी साल फरवरी-मार्च माह में की गयी है। हालांकि इसकी भनक मिलते ही मुफस्सिल पुलिस हरकत में आ गयी और चोरी रूक गयी। अब एक बार लॉकडाउन के दौरान चोर सक्रिय हो गये हैं। बता दें कि पांच वर्ष पूर्व जब सीबीआइ की टीम इस माइंस पर पहुंची थी, तो उस वक्त स्टॉक 16 हजार टन था। यहां पर मौजूद निजी सुरक्षा गार्डों को ही स्टॉक की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बावजूद इसके दो हजार टन कोयला गायब हो गया।
फर्जी कागजात दिखा कर हुई सेंधमारी
बताया जा रहा है कि फरवरी माह में धनबाद की मां गायत्री इंटरप्राइजेज नामक कंपनी का कागजात लेकर कुछ लोग ब्रह्मडीहा ओपनकास्ट माइंस पर पहुंचे और यहां स्टॉक की देखभाल कर रहे निजी सुरक्षा गार्डों को कहा कि इस स्टॉक के उठाव का आदेश मिल गया है और इसके बदले में प्रत्येक ट्रक 10 हजार रुपये का भुगतान गार्डों को किया जायेगा। पिछले चार वर्षों से बगैर मानदेय का काम कर रहे गार्ड समझ नहीं सके कि उनके साथ धोखा हो रहा है। उन्हें लगा कि कोयला उठाव के बदले कुछ पैसा मिलेगा। गार्डों ने बताया कि उनके साथ धोखा हुआ। यहां से डेढ़ दर्जन ट्रक कोयला उठाया गया और गार्डों को एक रुपया भी नहीं दिया गया। जब पुलिस यहां पहुंची तो पता चला कि कोयला के उठाव का आदेश तो मिला ही नहीं था। गलत कागजात दिखाकर कोयला के स्टॉक पर हाथ साफ किया गया है। गार्डों ने बताया कि पुलिस के आने के बाद कोयला उठाने वाले लोग इस माइंस पर नहीं आये।
बाबूलाल मरांडी ने सीबीआइ डायरेक्टर को लिखा पत्र कहा- जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाये
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सीबीआइ के डायरेक्टर को पत्र लिखकर 2000 टन कोयला गायब होने के मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। पत्र में उन्होंने कहा है कि सीबीआइ की ओर से बहुचर्चित कोलगेट घोटाले में जब्त कोयला स्टॉक में से लगभग 2000 टन कोयला गायब हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस खेल में कौन शामिल हैं यह जांच का विषय है। इसमें बड़े स्तर पर खेल होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए इसकी जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाये। जिससे ऐसे अपराध को अंजाम देनेवाले लोगों में कानून का भय स्थापित किया जा सके।