रांची। धनबाद जेल में बंद कोयला तस्कर राजीव राय को सीआइडी रिमांड पर लेगी। रिमांड पर देने का अनुरोध धनबाद की न्यायालय से किया गया है। मामले में बुधवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। सीआइडी के अधिकारी चाहते हैं कि राजीव राय से पांच दिनों तक पूछताछ करने की अनुमति दी जाये। इस कोयला तस्कर को रविवार को सीआइडी ने जेल भेजा था। इसकी बड़ी भूमिका धनबाद के चर्चित गांजा प्लांट कांड में है। सीआइडी अब यह पता लगायेगी कि चिरंजीत घोष को फर्जी केस में जेल भेजने के पीछे राज क्या है। वह किन किन कोयला तस्करों के धंधे में रोड़ा बना हुआ था। इसके चलते कौन-कौन से बड़े कोयला तस्कर प्रभावित हुए। आसनसोल इलाके का रहनेवाला राजीव राय के बारे में सीआइडी को पता चला है कि वह सब कुछ जानता है। इसके जरिए अनुसंधान कर रही सीआइडी की टीम उन बड़ी मछलियों तक पहुंचेगी, जो कानून से खेलने में माहिर माने जाते हैं। यह मामला पूरी तरह से पुलिस और तस्कर गंठजोड़ का परिणाम है। इस मामले में अब तक पूर्व एसएसपी कौशल किशोर के लिए काम करनेवाले नीरज तिवारी, रवि ठाकुर, सुनील चौधरी को गिरफ्तार किया गया था। सीआइडी को यह भी पता चल गया है कि इस खेल में ये मामूली मोहरे हैं। तीनों ने सब कुछ सीआइडी के अनुसंधान करनेवाले अधिकारियों को बता दिया है। इसी आधार पर राजीव राय की गिरफ्तारी हुई थी। अब जब राय से पूछताछ की जायेगी, तो उस समय भी कई लोग सामने होंगे। इसमें कुछ पुलिस अधिकारी भी हो सकते हैं। सीआइडी दो बिंदुओं को आधार मानकर जांच कर रही है। इसमें पूरे मामले में कोयला तस्करों का हाथ होना पहला है। दूसरा आसनसोल के एसडीपीओ की प्रेम कहानी को भी आधार माना जा रहा है।
कोयला तस्कर राजीव राय से CID उगलवायेगी गांजा प्लांट कांड का सच
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