खरगोन: पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार जाम गेट, घाट पर छाने लगी हरियाली कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन होने से महू – मंडलेश्वर राज्यमार्ग थम सा गया था। इंदौर को जोड़ने वाले इस राज्यमार्ग पर वाहनों की आवाजाही लगभग थम सी गई थी, लेकिन अब धीरे धीरे फिर से वाहनों का आना जाना शुरू हो गया है।
राज्य मार्ग का सर्वप्रथम निर्माण महेश्वर की महारानी राजमाता अहिल्यबाई होलकर के द्वारा करवाया गया था इस रास्ते से वो इंदौर आती जाती थी ,उनके द्वारा मार्ग में विश्राम के लिए जाम गेट बावड़ी व गड़ी बनवाई थी। आमदिनो में सावन के महीने में हरियाली होने से यहां प्रतिदिन हजारों पर्यटक आकर प्रकृति की सुंदरता निहारते है। इंदौर – खरगोन जिले की बॉर्डर पर स्तिथ है जाम गेट होलकरकालीन जाम दरवाजा खरगोन और इंदौर जिले की सीमा पर स्तिथ है।
इंदौर में कोरोना संक्रमण अधिक होने से यहां पर आना जाना प्रतिबंधित हो गया था,हर आने जाने वाले की सख्ती से जांच की जा रही थी। मंडलेश्वर थाने से आरक्षक विजय अहिरवार व चेतन प्रजापति ने बताया कि अभी आने जाने में छूट मिलने से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है, फिर भी हम सोशल डिस्टेन्सिंग का ध्यान रखते हुए यात्रियों पर नजर बनाए हुए है, हर आने जाने वाले को मास्क लगाने और दूरी बनाए रखने की समझाइश दी जा रही है।
राज्य पुरातत्व विभाग के उप संचालक आर. एस. वर्मा ने बताया कि जाम गेट और किले को लेकर पुरातत्व विभाग और जिला प्रशासन में असमंजस की स्तिथि थी, लेकिन नए आदेश के मुताबिक जाम गेट और गड़ी क़िला अब पुरातत्व विभाग के संरक्षण में आ गया है,जल्दी आदेश निकालकर टीम गठित की जाएगी और जाम गेट व किले की मरम्मत का कार्य किया जाएगा, आसपास की हरियाली व सुंदरता को संवारा जाएगा। अभी कोरोना से सुरक्षा के चलते पर्यटन बंद है,जल्द ही पर्यटकों के लिए इसे खोला जाएगा
मंडलेश्वर की रेंजर विधि सिरोलिया ने बताया कि लॉक डाउन के चलते अभी कोई अलग से कार्यक्रम तो नहीं रखा गया, लेकिन वन विभाग के द्वारा समय समय पर जंगल में पौधरोपण का कार्य किया जाता है। वनों की सुंदरता को बनाए रखने के प्रयास किए जाएंगे। विंध्याचल की वादियों में स्थित होने से हरियाली से घिरा हुआ रहता है,जाम गेट से प्रकृति का अनुपम दृश्य देखने को मिलता है, यहां हिल स्टेशन सा नजारा होने से पर्यटकों की भीड़ लगी रही है मालवा निमाड़ से हजारों पर्यटक यहां आकर प्रकृति की सुंदरता का लुत्फ उठाते हैं, लॉक डाउन खत्म होते ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पर्यटकों के लिए शुरू होगा, इसका संरक्षण होने से इसकी सुंदरता को और निखारा जा सकेगा।
इस संबंध में इंदौर पुरातत्व विभाग के उप संचालक,  आर. एस. वर्मा का कहनरा है कि  “जाम गेट और गड़ी क़िला राज्य पुरातत्विक विभाग के संरक्षण में आ गया है, जल्द ही इसकी मरम्मत और हरियाली को निखारने का कार्य किया जाएगा।पर्यटकों की आवाजाही के आदेश आते है इसे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खोला जाएगा
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