रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कोल ब्लॉक की नीलामी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में विनिवेश के फैसले का विरोध किया है। पार्टी प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट काल को भी अवसर में बदलने की बात की थी, लेकिन इस बात का अंदाजा किसी को नहीं था कि जब पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां ठप हैं, वैसे समय में ही कोल ब्लॉक नीलामी के नाम पर जमीन पर कब्जा कर उद्योगपतियों को सौंप दिया जायेगा और इसे अवसर का नाम दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि पूंजीपतियों की नजर झारखंड की जमीन और भू-संपदा पर लग चुकी है। पिछले छह वर्ष के कार्यकाल में भी गोड्डा में अडाणी पावर प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण समेत अन्य परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण हो चुका है। इसके अलावा भूमि अधिग्रहण कानून में भी संशोधन कर पूंजीपतियों और व्यवसायियों के एक समूह को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गयी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा शासनकाल में छह एयरपोर्ट को भी निजी हाथों में सौंप दिया गया है। राष्ट्रीयकृत बैंकों की स्थिति बेहद खराब है। अब केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बेचने का अभियान शुरू किया है, जिसका विरोध किया जायेगा।
झारखंड कांग्रेस ने किया विनिवेश का विरोध
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