मुंबई । निसर्ग तूफान से लड़ने के लिए मुंबई पूरी तरह तैयार है। इसके लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की 8 टीमें समुद्रीय क्षेत्रों में तैनात हैं। अब तक तटीय इलाकों और निचले स्तर के क्षेत्रों से करीब 19 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। पालकमंत्री आदित्य ठाकरे ने अधिकारियों को चाक-चौबंद रहने का निर्देश जारी किया है।
मुंबई नगर निगम के आयुक्त इकबाल चहल ने मुंबई के सभी 24 विभागीय आयुक्तों को तटीय इलाकों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। मुंबई में कोलाबा से लेकर बोरीवली गोराई चौपाटी के आसपास के क्षेत्रों में रहने वालों को स्कूल और कालेज में रखा गया है। साथ ही आज मौसम विज्ञान विभाग ने समुद्र में हाईटाइड आने की भी चेतावनी दी है। इसे देखते हुए निचले इलाकों में जहां जलजमाव होता है,वहां के नागरिकों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
एनडीआरएफ टीम के महेश नलावड़े के अनुसार टीम हर तरह की आपदा से निपटने को तैयार है। उन्हें कोरोना को देखते हुए मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए हैं। उनकी टीम मालाड में मार्वे, मढ, अंधेरी के वर्सोवा, जुहू, वरली, माहीम, कोलाबा, आदि जगहों पर तैनात है।
मदद व पुनर्वसन मंत्री विजय बडेट्टीवार ने बताया कि एनडीआरएफ की 15 टीमें राज्य में कार्यरत हैं और 5 टीमें विशाखापट्टनम से महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गई हैं। साथ ही मुंबई सहित राज्य में स्टेट डिजास्टर रिस्पांस टीम, नौदल व तटरक्षक दल की टीम भी तटीय इलाकों में तैनात की गई हैं। मुंबई में तटीय इलाकों में बसे झोपड़ों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। बडेट्टीवार ने बताया कि निसर्ग तूफान से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।

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