सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन ने चीफ जस्टिस एसए बोब्डे को पत्र लिखा है। पत्र में जुलाई महीने से कोर्ट में नियमित सुनवाई शुरू करने की मांग की गई है। पत्र में कहा गया है कि वर्चुअल कोर्ट में वकील प्रभावी ढंग से अपनी बात नहीं रख पाते हैं।
पत्र में कहा गया है कि 95 फीसदी वकील वर्चुअल सुनवाई में अपनी बात ठीक से नहीं रख पाते हैं। कई मामलों में जिसमें कई वकीलों के पेश होने की जरूरत होती है उन मामलों में सभी वकीलों की बातें नहीं सुनी जाती हैं। उनके माईक कोआर्डिनेटर बंद रखते हैं जिसकी वजह से उनकी अनुपस्थिति में ही मामलों की सुनवाई होती है। सुनवाई के दौरान आडियो और वीडियो में समस्या होती है।
पत्र में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जरूरी एहतियात अपनाने की मांग की गई है। सुनवाई के दौरान एक मामले में सीमित वकीलों को अनुमति देने का दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की गई है। एक मामले में उस केस से संबंधित एडवोकेट आन रिकार्ड के साथ एक वरिष्ठ वकील और एक जूनियर वकील सुनवाई में शामिल हों। दस-दस मामलों की सुनवाई में हिस्सा लेने वाले वकीलों को उनके समय के मुताबिक कोर्ट में प्रवेश करने की अनुमति दी जाए।
कोर्ट में पक्षकारों, लॉ स्टूडेंट और इंटर्न को प्रवेश करने की फिलहाल अनुमति नहीं दी जाए। कोर्ट में प्रवेश से पहले हर व्यक्ति को अपना हाथ सैनिटाइज करना और मास्क पहनना जरुरी हो। वकीलों के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग दरवाजे नियत किए जाएं।