श्रीगंगानगर। देश के चुनिंदा स्थानों के साथ साल का पहला सूर्य ग्रहण रविवार को श्रीगंगानगर में भी दिखा। सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर शुरू हुआ सूर्य ग्रहण जिले की अनूपगढ़ तहसील के गांव पतरोड़ा, घड़साना, श्रीबिजयनगर और सूरतगढ़ में देखा गया। सभी जगहों पर खगोल वैज्ञानिकों और लोगों ने उत्सुकता से सूर्य ग्रहण को देखा।
साल के पहले सूर्यग्रहण को देखने और कवर करने सूरतगढ़ पहुंचे एस्ट्रोफाइल एज्युकेशन के डायरेक्टर खगोल वैज्ञानिक स्नेह केसरी ने बताया कि इस पर रिसर्च करने के लिए दिल्ली, पुणे, महाराष्ट्र, सिरोही, हिमाचल प्रदेश और जयपुर से भी टीमें आई हैं। सुबह 10 बजकर 15 मिनट से शुरू हुआ सूर्यग्रहण दोपहर 1 बजकर 44 मिनट तक दिखाई देगा। इस बीच 11 बजकर 56 मिनट पर केवल 39 सैकेण्ड तक ही सूर्य वलयाकार आकृति (रिंग ऑफ फायर) के रूप में दिखाई देगा। उन्होंने सूरतगढ़ में लगाए अपने सैटअप के माध्यम से सूर्यग्रहण को कैमरे में कैद किया। ग्रहण देखने वाले लोगों ने बताया कि इस दौरान चन्द्रमा ने सूर्य को धीरे-धीरे ढक लिया। सूरतगढ़ के अलावा दिल्ली, पुणे, हैदराबाद सहित अन्य स्थानों से कई विद्यार्थी सूर्यग्रहण देखने के लिए अनूपगढ़ के पतरोड़ा और घड़साना में पहुंचे हैं।
पतरोड़ा पहुंचे अमेचर एस्ट्रोनोमर्स सोसायटी जयपुर के खगोलविद् गोविन्द दाधीच और सौरभ मंगल ने बताया कि यहां 98 प्रतिशत तक सूर्यग्रहण दिखाई देगा। यहां विद्यार्थियों ने ऊंचे स्थानों पर लगाए अपने कैमरे की बदौलत ग्रहण की तस्वीरें भी खींचीं। खगोलविदों के साथ मीडियाकर्मियों ने भी एक खेत में सेटअप लगाकर सूर्यग्रहण का नज़ारा कैमरों के कैद किया। गंगानगर जिले के साथ-साथ सूर्यग्रहण हनुमानगढ़ जिले के गांव मटोरियांवाली ढाणी, दौलतांवाली, अमरपुरा, टिब्बी, 34 एसटीजी, ठाकरुवाला और मैनांवाली क्षेत्र में भी देखे जाने की जानकारी है।
‘चांद की ओट से निकली सूरज की मुद्रिका
जीवन में पहली बार सूर्यग्रहण देेखने वाले कई लोगों ने इसे ‘चांद की ओट से निकली सूरज की मुद्रिका बताया। युवाओं के अनुसार सम्पूर्ण ग्रहण देखना अलग तरह का रोमांच रहा। जब दिन के उजाले में अंधकार छा गया तो लगा कि जैसे रात हो गई। सवा 11 बजे तक काफी अंधेरा छा गया। ऐसे लगा मानो बादलवाही से अंधेरा हुआ हो।