Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, May 26
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»पीछे हटने का सवाल ही नहीं : हेमंत सोरेन
    Jharkhand Top News

    पीछे हटने का सवाल ही नहीं : हेमंत सोरेन

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskJune 23, 2020No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि कोल ब्लॉक की नीलामी रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना कोई राजनीतिक फैसला नहीं है। यह झारखंड के अधिकार की लड़ाई है। अब इससे पीछे हटने का सवाल ही नहीं है। सोमवार को झारखंड मंत्रालय में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था क्यों ध्वस्त है। लोगों का रोजगार छिन रहा है। उद्योग-धंधे बंद हैं। बहुत से घर के चूल्हे नहीं जल रहे हैं। केंद्र को सारी बातें देश के सामने रखनी चाहिए। सीएम ने बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, बाबूलाल जी के बारे में यही कहा जा सकता है कि नया मुल्ला प्याज बहुत ज्यादा खाता है। अभी-अभी वह भाजपा में गये हैं। उन्हें नया-नया मौका मिला है। पहले वह पत्र वीर की भूमिका में थे। अब वर्चुअल रैली कर रहे हैं। पहले उन्हें तथ्यों से अवगत हो जाना चाहिए। 40-50 साल के बाद जिस प्रथा से बाहर निकल कर झारखंड अपने अधिकार की लड़ाई की स्थिति पर आया है, उस पर भी वह अड़ंगा लगा रहे हैं। उन्हें कुछ नहीं मिलता है, तो पूर्व की सरकार का रोना रोते हैं। उनको आलाकमान से होमवर्क मिलता है और उसी के अनुरूप काम करते हैं। विस्थापन के सवाल पर सीएम ने कहा कि क्या विस्थापितों को अभी तक उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया गया। क्या राज्य के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया गया। यहां के लोग लाल पानी-काला पानी पीने के लिए मजबूर नहीं हैं। मरांडी को पहले इन सवालों का जवाब देना चाहिए।

    there is no question of retreat: Hemant This is a fight for the right of Jharkhand
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleजल रही आग, पदाधिकारी कहते हैं लगी ही नहीं
    Next Article कोरोना से दूल्हे की मौत, दे गया 15 को वायरस
    azad sipahi desk

      Related Posts

      रांची में अड्डेबाजी के खिलाफ पुलिस ने चलाया अभियान, 50 से ज्यादा पकड़े गए

      May 25, 2025

      फर्नीचर दुकान में लगी आग, लाखों का हुआ नुकसान

      May 25, 2025

      नगर निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने की पर्यवेक्षकों की नियुक्ति

      May 25, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • नेपाल में डी कंपनी का गुर्गा युनूस अंसारी जेल से रिहा होते ही दूसरे मामले में दोबारा गिरफ्तार
      • भारत बनेगा औद्योगिक महाशक्ति : ओम बिरला
      • समाज को आगे बढ़ाने में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण: सुदीप गुड़िया
      • रांची में अड्डेबाजी के खिलाफ पुलिस ने चलाया अभियान, 50 से ज्यादा पकड़े गए
      • फर्नीचर दुकान में लगी आग, लाखों का हुआ नुकसान
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version