Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, June 13
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»इंसाफः अमेरिका का बहुचर्चित फ्लॉयड हत्याकांड, दोषी अधिकारी को 22 साल 6 माह की सजा
    दुनिया

    इंसाफः अमेरिका का बहुचर्चित फ्लॉयड हत्याकांड, दोषी अधिकारी को 22 साल 6 माह की सजा

    sonu kumarBy sonu kumarJune 26, 2021No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    अमेरिका में बहुचर्चित अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड हत्याकांड में पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन को 22 साल और छह महीने की सजा सुनाई गई है। श्वेत पुलिस अधिकारी शॉविन पर आरोप था कि उसने 46 वर्षीय फ्लॉयड की गर्दन नौ मिनट 29 सेकंड तक अपने घुटने से दबाए रखी, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में तीन अन्य पुलिस अधिकारियों को भी फ्लॉयड के नागरिक अधिकारों के हनन का दोषी पाया गया है।

    मिनियापोलिस (अमेरिका) में 12 जजों की ज्यूरी ने यह फैसला सुनाया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि उन्हें यह फैसला सही लगता है। हालांकि उन्होंने जोड़ा कि उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी अभी नहीं मिली है।

    घटना पिछले वर्ष 25 मई की है। अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को सिगरेट के पैकेट के लिए 20 डॉलर के नकली नोट चलाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। उसने अपनी गिरफ्तारी का विरोध किया था। वह चिल्ला रहा था कि वह क्लॉस्ट्रोफोबिक है। ऐसा व्यक्ति बंद जगहों से डर जाया करता है। उक्त घटना का वीडियो वॉयरल हो गया, जिस पर अमेरिका सहित दुनियाभर में अमेरिकी अश्वेत नागरिकों पर वहां जुर्म किए जाने के आरोप लगे थे। अमेरिका, खासकर मिनियापोलिस में इस घटना के बाद दंगे भी भड़क उठे थे।

    काफी देर तक फ्लॉयड की गर्दन दबी रहने के कारण कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई थी। पिछले महीने ही इस मामले में पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन को दोषी पाया गया। तब उसकी जमानत भी रद्द कर दी गई थी और उसे हथकड़ियों में जकड़कर ले जाया गया था।

    मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले में फैसला सुनाने वाली ज्यूरी में छह श्वेत और इतने ही अश्वेत जज शामिल थे। फैसला देने के पहले भी इस मामले पर करीब 10 घंटे चर्चा हुई। ज्यूरी के सदस्यों के नाम गुप्त रखे गए हैं और ऐसा उनकी इच्छा होने तक रखा जायेगा।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleराष्ट्रपति का प्रेसिडेंशियल ट्रेन से सफर करना रेलवे के लिए गौरव की बात
    Next Article काम पर लौटी पूजा हेगड़े, शुरू की राधेश्याम की शूटिंग
    sonu kumar

      Related Posts

      पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी की राजनीतिक सक्रियता से प्रधानमंत्री ओली नाराज

      June 12, 2025

      आईएमएफ ने नेपाल के आर्थिक सुधारों के लिए 42.7 मिलियन डॉलर को मंजूरी दी

      June 12, 2025

      नेपाल-भारत के बीच कनेक्टिविटी और संयुक्त साझेदारी से ही समृद्धि संभव : विदेश मंत्री डॉ. राणा

      June 12, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • एअर इंडिया के विमान की बम की धमकी के बाद थाईलैंड में आपात लैंडिंग
      • एयर इंडिया विमान दुर्घटना के राहत कार्यों में हर संभव मदद करेगी रिलायंस: अंबानी
      • शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में गिरावट, सेंसेक्‍स 769 अंक लुढ़का
      • रांची में अब पब्लिक प्लेस में शराब पीना पड़ेगा भारी, पकड़े जाने पर एक लाख तक का जुर्माना
      • अपील खारिज, हाई कोर्ट ने जेपीएससी पर लगाया एक लाख का जुर्माना
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version