कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच गुजरात सरकार ने राज्य स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत करने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली है। राज्य में दवाओं की कोई कमी नहीं है।
सोमवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने गांधीनगर में संयुक्त प्रेस वार्ता कर कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए सरकार की कार्य योजना प्रस्तुत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि गुजरात में दूसरी लहर पर बहुत जल्दी काबू पा लिया गया है। अब विशेषज्ञों की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने कार्य योजना बनाकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। अब किसी भी मरीज को इलाज कराने में परेशानी न हो, इसके लिए सरकार सतर्कता बरतेगी।
प्रेस वार्ता में स्वास्थ्य आयुक्त ने बताया कि सरकार की 10 मई की अधिसूचना के अनुसार तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। तीसरी लहर के लिए फीडबैक इंटेलिजेंस शुरू किया जाएगा। सरकार का छोटे गांवों पर भी ध्यान रहेगा। सरकार वेंटिलेटर, डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ की संख्या बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। बिस्तर की उपलब्धता की जानकारी केंद्रीकृत की जाएगी ताकि रोगी तक मदद पहुंच सके। इसके अलावा टेलीमेडिसिन और अस्पताल में पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने बताया कि अभी 1800 अस्पताल हैं, उसे बढ़ाकर 2400 किया जाएगा। आईसीयू की संख्या बढ़ाकर 15 हजार बेड करने की तैयारी चल रही है। सरकार ने बाल चिकित्सा वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने के साथ अस्पताल में चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड बनाया जाएगा। चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड के लिए डॉक्टर स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्यस्तरीय सर्विलांस बनाकर सभी जिलों पर नजर रहेगी और प्रत्येक एम्बुलेंस को कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। अब अहमदाबाद की बीजे मेडिकल कॉलेज में लैब भी स्थापित कर दी गई है। धन्वंतरि और संजीव के रथों का दायरा बढ़ाया जाएगा। अभी 800 आपातकालीन एम्बुलेंस परिचालन में हैं। उन्होंने दावा किया कि गुजरात एक ऐसा राज्य है, जहां दवा की कोई समस्या नहीं है।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि विशेषज्ञों की सहायता से कार्य योजना का तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई राज्य हैं जहां संभावित लहर के लिए कोई तैयारी नहीं की है। हम तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर कैसी आएगी, इसकी कोई सटीक जानकारी नहीं है। लेकिन सरकार पूरी तैयार कर रही है। सीएम डेस्क से जुड़कर जिला स्तर पर तैयार करने की योजना बनाई जाएगी।