Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 16
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»घाटी के युवकों की आतंकी संगठनों में भर्ती रोके सेना: नरवणे
    Breaking News

    घाटी के युवकों की आतंकी संगठनों में भर्ती रोके सेना: नरवणे

    sonu kumarBy sonu kumarJune 3, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
     भारत-पाकिस्तान के बीच एलओसी पर शांति-समझौते के 100 दिन पूरे होने पर गुरुवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे खुद जम्मू-कश्मीर की सीमा पर मौजूद रहेंगे। इसलिए वह दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को कश्मीर घाटी पहुंचे हैं। इन दो दिनों में वह केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा सुरक्षा स्थिति, एलओसी के हालात की समीक्षा के साथ-साथ सीमा पर भारतीय सेना की ऑपरेशनल तैयारियों का भी जायजा लेंगे।
     
    भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीजीएमओ) के बीच इसी साल हॉटलाइन पर बातचीत के बाद 24/25 फरवरी, 2021 की मध्य रात्रि से सीजफायर समझौता लागू करने की सहमति बनी थी। इसके तहत तय हुआ था कि दोनों देशों की सेनाएं लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर फायरिंग और गोलाबारी नहीं करेंगी। अगर सैनिक ऐसा करते हैं तो दोनों देशों की सेनाओं के स्थानीय कमांडर्स बातचीत से मामले को सुलझाएंगे। इस समझौते के बाद से सीमा पर ना तो फायरिंग हुई और ना ही गोलाबारी की कोई घटना सामने आई।
     
    इन तीन महीनों में भले ही सीमा पर शांति है लेकिन एलओसी से सटे हुए इलाकों में पाकिस्तानी सेना की तैनाती मजबूत किये जाने की खुफिया जानकारियां मिल रही हैं। इसके अलावा पाकिस्तान की तरफ की कुछ सेटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसमें पाकिस्तानी सेना एलओसी से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर नीलम घाटी में (किशनगंगा) के तट पर एक खास ‘बैठक स्थल’ का निर्माण करती दिख रही है। माना जा रहा है कि एलओसी पर पाकिस्तानी कमांडर के दौरे के समय पाकिस्तानी सैनिकों के यहां बैठने की व्यवस्था की जा रही है।
     
    यही वजह है कि खुद थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे एलओसी के दो दिवसीय दौरे पर गए हैं। इस दौरान वह शीर्ष कमांडरों के साथ-साथ फील्ड-कमांडर्स से भी बातचीत करके सेना की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लेंगे। सेना प्रमुख पहले दिन उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी और चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे के साथ सीमा के भीतरी इलाकों में गए। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर स्थानीय कमांडरों ने जानकारी दी। सेना प्रमुख ने स्थानीय युवकों को आतंकी संगठनों में भर्ती कराने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क की पहचान करने के निर्देश दिए। साथ ही स्थानीय भर्ती को रोकने और स्थानीय आतंकवादियों का समर्पण कराने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की गई।
     
    सैनिकों के साथ बातचीत करते हुए जनरल नरवणे ने उन जवानों और कमांडरों की सराहना की, जो पाकिस्तान की दोहरी चुनौतियों, आतंकवाद और वैश्विक महामारी से लगातार जूझ रहे हैं। उन्होंने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके बाद सेना प्रमुख को चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने नियंत्रण रेखा और भीतरी इलाकों से संबंधित समग्र स्थिति से अवगत कराया। सेना प्रमुख ने ‘संपूर्ण सरकार’ का दृष्टिकोण पेश करने में नागरिक प्रशासन के सभी वर्गों, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के उत्कृष्ट तालमेल को सराहा।
     
    उन्होंने कहा कि इसी की बदौलत केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है और विकास के नए युग की शुरुआत हुई है। दो दिवसीय दौरे के पहले दिन आज शाम को सेनाध्यक्ष नरवणे ने राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर में दीर्घकालिक शांति के लिए उभरती चुनौतियों और रोड मैप पर चर्चा की। एलजी ने केंद्र शासित प्रदेश में शांति बहाल करने और सिविल प्रशासन को कोविड-19 महामारी के दौरान सहायता प्रदान करने में भारतीय सेना की भूमिका की को सराहा।
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleइजराइलः नेतन्याहू की विदाई तय, विपक्ष ने बनाया गठबंधन
    Next Article देश में 22 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज लगाई गई, 18-44 साल के 2.25 करोड़ लोगों को लगी पहली डोज
    sonu kumar

      Related Posts

      केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में जयपुर के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट की मौत

      June 15, 2025

      प्रधानमंत्री कनाडा में जी7 सम्मेलन में लेंगे भाग, साइप्रस और क्रोएशिया भी जाएंगे

      June 14, 2025

      Air India के सभी बोइंग विमानों की होगी जांच, अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद DGCA का एलान

      June 13, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन
      • भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री
      • केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में जयपुर के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट की मौत
      • पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी
      • स्लम बस्तियों में पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को जगा रही है संस्कृति फाउंडेशन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version