रिजल्ट निर्धारण की प्रक्रिया पर मंथन, सीबीएसइ के फार्मूले का इंतजार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड एकेडेमिक काउंसिल (जैक) की 10वीं और 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है। गुरुवार देर शाम इस बारे में एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी। विज्ञप्ति के अनुसार कोरोना महामारी की स्थिति के मद्देनजर यह फैसला किया गया है। इससे पहले सीबीएसइ और आइसीएसइ की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं। कई राज्यों ने भी बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने का एलान पहले ही कर दिया है।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने फैसले की घोषणा करने से पहले राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। इसके अलावा उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य पर होनेवाले संभावित असर के बारे में उच्च स्तरीय विचार विमर्श किया। इसमें महसूस किया गया कि राज्य में अभी इस पैमाने पर परीक्षा का आयोजन करना खतरे से खाली नहीं है। इसके बाद ही परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया गया। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के साथ विद्यार्थियों और अभिभावकों ने इन परीक्षाओं को रद्द करने की गुहार लगायी थी।
सीएम ने किया ट्वीट
बाद में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट के जरिये भी इस फैसले की जानकारी दी। इसमें उन्होंने लिखा, आज मैंने कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों एवं छात्रों एवं अभिभावकों की मांग को देखते हुए झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा इस सत्र में आयोजित होने वाली 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है।
रिजल्ट की प्रक्रिया पर फैसला बाद में
इधर परीक्षाएं रद्द किये जाने की घोषणा के बाद इसके विद्यार्थियों के लिए अंक देने की प्रक्रिया का निर्धारण किया जाना है। जैक बोर्ड के सूत्रों के अनुसार इस पर अभी मंथन किया जा रहा है। बोर्ड के सामने समस्या यह है कि विद्यार्थियों को किस आधार पर अंक प्रदान किये जायें, ताकि उनका भविष्य खराब नहीं हो।
सूत्रों ने कहा कि सीबीएसई फिलहाल विद्यार्थियों के मूल्यांकन का फार्मूला तैयार कर रहा है। संभव है कि इसी तर्ज पर जैक भी विद्यार्थियों का मूल्यांकन करे।
आठवीं, नौवीं और 11वीं की परीक्षाएं भी नहीं हुईं
जैक बोर्ड की कक्षा आठवीं, नौवीं एवं 11वीं की परीक्षाएं भी कोरोना के कारण आयोजित नहीं हो सकीं। इन कक्षाओं के सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया गया।