परीक्षा फार्म नहीं भर पाने के कारण एक साल बर्बाद होने का मंडरा रहा था खतरा
झारखंड में पहली बार मैट्रिक-इंटर के लिए विशेष परीक्षा का प्रावधान
कोरोना के कारण सरकार ने सशर्त दी विशेष परीक्षा की अनुमति

राजीव
कोरोना ने आम जनजीवन की जिंदगी में दुश्ववारियों का पहाड़ खड़ा कर दिया है। स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भविष्य के सुनहरे सपने बुन रहे करीब 25 हजार छात्र आर्थिक तंगी के कारण परीक्षा फार्म तक नहीं भर सके। किसी तरह छात्रों की यह बात शासन-प्रशासन से होते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंची। मुख्यमंत्री ने झारखंडी छात्रों के हित में ऐतिहासिक फैसला ले लिया। इन छात्रों को फिर से परीक्षा फार्म भरने का मौका मिलेगा और इनके लिए विशेष परीक्षा भी होगी। झारखंड गठन के बाद यह पहला मौका है, जब छात्रों के लिए विशेष परीक्षा ली जायेगी। साथ ही इस परीक्षा की अनुमति सशर्त दी गयी है। इसमें कहा गया है कि इस परीक्षा को भविष्य में आधार नहीं बनाया जा सकता है। एक अनुमान के अनुसार झारखंड में मैट्रिक-इंटर के करीब 25 हजार से अधिक छात्र परीक्षा फार्म नहीं भर पाये हैं। ऐसे छात्रों के लिए झारखंड सरकार का यह फैसला खुशियों का पल लेकर आया है।

क्यों आयी यह नौबत
मैट्रिक और इंटर में परीक्षा फार्म भरने की तिथि समाप्त होने के कुछ दिनों बाद से ही फार्म की तिथि बढ़ाने की मांग उठने लगी। कारण काफी संख्या में छात्र परीक्षा फार्म नहीं भर पाये थे।
इसमें छात्रों का तर्क था कि कोई कोविड वार्ड में भर्ती था, तो किसी के परिजन की कोविड से मृत्यु हो गयी थी। किसी के गार्जियन की नौकरी छूट गयी थी, तो कोई आर्थिक तंगी के कारण फार्म नहीं भर पाया। फरवरी-मार्च में होनेवाली परीक्षा की तिथि जब मई तक के लिए विस्तारित की गयी, तो इस मांग को और बल मिला। कई विधायकों ने भी यह मामला उठाया। इसके बाद सीएम के निर्देश पर झारखंड एकेडमिक कौंसिल ने प्रस्ताव स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग को भेजा। सीएम की सहमति के बाद विशेष परीक्षा के आयोजन को लेकर अनुमति मिली।

झारखंड में कभी भी नहीं हुई है विशेष परीक्षा
झारखंड अलग राज्य गठन के बाद कभी भी मैट्रिक-इंटर के छात्रों के लिए विशेष परीक्षा नहीं हुई है। वैसे 2005 से पहले सप्लीमेंट्री परीक्षा का प्रावधान था। लेकिन सीसीबीएस कैरिकुलम लागू होने के बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा का भी प्रावधान खत्म कर दिया गया। इसके बाद कंपार्टमेंटल परीक्षा होती है, लेकिन इसमें मेन परीक्षा में तीन विषय में फेल छात्र ही शामिल होते हैं। इस विशेष परीक्षा के लिए अगस्त में फार्म भरने की तिथि निकलने की उम्मीद है। अक्तूबर में परीक्षा लिये जाने की संभावना है। इसमें खास बात यह भी है कि इस विशेष परीक्षा को आधार बना कर भविष्य में विशेष परीक्षा लेने का दावा नहीं किया जा सकता है।

परीक्षा में होना होगा शामिल
झारखंड सरकार ने फिलहाल मैट्रिक-इंटर के परीक्षा को रद्द कर दिया है। आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट प्रकाशन की कवायद चल रही है। लेकिन विशेष परीक्षा के लिए फार्म भरनेवाले छात्रों को परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य कर दिया गया है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version