Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 23
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»UP की सियासत से बड़ी खबर : पहली बार डिप्टी CM केशव के घर पहुंचे CM योगी
    Top Story

    UP की सियासत से बड़ी खबर : पहली बार डिप्टी CM केशव के घर पहुंचे CM योगी

    bhanu priyaBy bhanu priyaJune 22, 2021No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    आजाद सिपाही

    उत्तर प्रदेश की सियासत से अब तक की सबसे बड़ी खबर आ रही है। पहली बार राजधानी लखनऊ में डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे हैं। दोनों के बीच बैठक चल रही है। बताया जाता है कि लंबे समय से दोनों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। डिप्टी CM और CM के बीच आपसी मनमुटाव कई बार खुलकर भी सामने आ चुका है। एक हफ्ते पहले ही आगरा में एक कार्यक्रम में केशव मौर्य ने कहा था कि UP में CM का चेहरा दिल्ली से ही तय होगा।

    संघ और सरकार के लोग भी सीएम के साथ मिलने पहुंचे

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होशबोले और सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल और क्षेत्र प्रचारक अनिल सिंह समेत कुछ और पदाधिकारी भी केशव मौर्य के आवास पर पहुंचे थे। सभी लोगों ने यहीं पर दोपहर का भोजन किया और केशव मौर्य के बेटे और बहू को आशीर्वाद दिया।दरअसल, कोरोना और लॉकडाउन के बीच में केशव मौर्य ने बेटे की शादी की थी। शादी में प्रोटोकॉल की वजह से कोई भी VIP शामिल नहीं हुआ था। बताया जाता है कि मिलने और लंच के पीछे एक बड़ी वजह ये भी है।

    संगठन मंत्री और प्रदेश प्रभारी के साथ रात में हुई थी बैठक
    सोमवार रात ही BJP की कोर कमेटी की बैठक CM आवास पर हुई थी। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी CM डॉ. दिनेश शर्मा, केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह भी शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान केंद्रीय नेतृत्व के सामने भी दोनों के बीच की अनबन खुलकर सामने आई थी। केशव ने पार्टी और सरकार में उपेक्षा की शिकायत की थी।

    बीच का रास्ता निकालने की कोशिश
    UP में 2017 में BJP सरकार के गठन से लेकर अब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के बीच सब कुछ ठीक नहीं रहा है। कई बार दोनों के बीच का विवाद खुलकर सामने भी आ चुका है। 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान केशव मौर्य ने पिछड़े वर्ग में काफी अच्छी पैठ बना ली थी। इसी के सहारे UP में BJP की सरकार बनी थी।

    अब केशव के साथ 17% OBC वोट बैंक है। इसे किसी भी हालत में BJP गंवाना नहीं चाहती है। वहीं, योगी के हिंदूवादी चेहरे को भी प्रदेश में काफी पसंद किया जाता है। ऐसे में पार्टी योगी और केशव दोनों को ही नाराज नहीं करना चाहती है। इसलिए अब बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है।

    CM के दावेदार थे केशव, डिप्टी CM पद से संतुष्ट होना पड़ा
    2017 विधानसभा चुनाव के दौरान केशव मौर्य की अध्यक्षता में ही BJP ने यूपी में शानदार जीत हासिल की थी। तब यह माना जा रहा था कि केशव ही अगले CM होंगे, लेकिन पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को कुर्सी सौंप दी। तब केशव को डिप्टी CM पद से ही संतोष करना पड़ा था। डिप्टी CM होने के बावजूद केशव को कम तवज्जो दी जाती रही। योगी गुट के लोग हमेशा सरकार में हावी रहे। यहां तक कि केशव अपने मन से अपने ही विभाग के अफसरों को ट्रांसफर भी नहीं कर पाते थे। इसके लिए भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी लेनी पड़ती थी। इससे केशव सरकार में होने के बावजूद खुश नहीं थे।

    कब-कब योगी और केशव में टकराव हुआ

    2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद केशव प्रसाद मौर्य की नेमप्लेट एनेक्सी मुख्यमंत्री कार्यालय से हटा दी गई थी। विवाद बढ़ने पर दोनों लोगों का कार्यालय सचिवालय स्थित विधान भवन में स्थापित किया गया।
    केशव की अगुवाई वाले लोक निर्माण विभाग (PWD) के कामकाज की समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद करने लगे थे। विभाग के अफसरों के साथ मुख्यमंत्री सीधे बैठक करने लगे थे। इससे केशव को दूर रखा जाता था।
    मुख्यमंत्री ने PWD के कामकाज की समीक्षा शुरू की तो केशव प्रसाद मौर्य ने CM योगी के अधीन लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी में भ्रष्टाचार को लेकर मुखर हो गए। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच की मांग शुरू कर दी।
    योगी आदित्यनाथ पर दर्ज मुकदमें आसानी से वापस हो गए, लेकिन केशव प्रसाद मौर्य की बारी आई तो फाइलें इधर-उधर होने लगीं। PMO के हस्तक्षेप के बाद केशव के खिलाफ दर्ज मुकदमें हटा दिए गए।
    PWD के MD की नियुक्ति भी मुख्यमंत्री कार्यालय से होती थी। केशव जिन अफसरों का नाम सुझाव में देते थे, उन्हें नहीं नियुक्त किया जाता था।
    PWD निर्माण संबंधित जारी किए जा रहे बजट में मुख्यमंत्री कार्यालय के द्वारा बीते 4 साल में कई बार फाइलें वापस कर दी गईं। इसको लेकर केशव प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री कार्यालय में कई बार हंगामा हुआ।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleआस्था पर वायरस का असर : कोरोना के कारण लगातार दूसरे साल अमरनाथ यात्रा रद्द
    Next Article 11 लाख आबादी वाले मिजोरम के मंत्री का एलान : सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने पर मिलेंगे 1 लाख रुपए
    bhanu priya

      Related Posts

      कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विकास करना प्राथमिकता: विधायक

      May 22, 2025

      जेपीएससी नियुक्ति घोटाला मामला : डीएसपी शिवेंद्र की अग्रिम जमानत पर अब 23 मई को सुनवाई

      May 22, 2025

      प्रधानमंत्री ने झारखंड के तीन अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का भी किया उद्घाटन

      May 22, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • आतंक की कीमत चुकानी होगी, पाकिस्तान का ‘स्टेट और नॉन-स्टेट’ एक्टर का नाटक नहीं चलेगाः प्रधानमंत्री
      • फरीदाबाद में मिला कोरोना संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
      • कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विकास करना प्राथमिकता: विधायक
      • जेपीएससी नियुक्ति घोटाला मामला : डीएसपी शिवेंद्र की अग्रिम जमानत पर अब 23 मई को सुनवाई
      • प्रधानमंत्री ने झारखंड के तीन अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का भी किया उद्घाटन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version