• शाबाश : 2012 से पढ़ा रहे हैं वर्दी वाले टीचर के नाम से मशहूर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव

आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। वर्दी वाले टीचर के नाम से मशहूर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव की पाठशाला से 27 अभ्यर्थियों ने जेपीएससी की परीक्षा में बाजी मारी है। उनमें से पांच डीएसपी, पांच प्रशासनिक सेवा, आठ शिक्षा सेवा और सात म्यूनिसिपल सर्विस के अधिकारी बनेंगे। श्रीवास्तव 2012 से लगातार अलग-अलग लेवल के छात्रों को बिना किसी फीस के पढ़ा रहे हैं। सातवीं से दसवीं जेपीएससी के लिए वह दिसंबर 2021 से विशेष रूप से आॅनलाइन क्लास चला रहे थे। हर दिन उनकी क्लास रात नौ बजे शुरू होती थी और कम से कम डेढ़ घंटे तक चलती थी।

125 से अधिक छात्र छात्रा बन चुके हैं दारोगा-सर्जेंट
उनकी इस पाठशाला के 150 से अधिक छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, वे या तो दारोगा की नौकरी कर रहे हैं या फिर सर्जेंट हैं। उन्होंने बताया कि 2012 दारोगा के लिए हुई भर्ती में उनके पढ़ाये 62 लोगों ने क्वालीफाई किया था। 2018 में हुई दारोगा की बहाली में इनके पढ़ाये 53 लोगों ने क्वालीफाई किया था। वहीं अलग-अलग जगहों पर तैनात 13 डीएसपी ने इनकी पाठशाला में क्लास किया है। करीब 25 से अधिक राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी उनकी पाठशाला से पढ़ कर निकले हैं।

दिन में नौकरी, रात में फ्री क्लास
छात्रों की सफलता से उत्साहित श्रीवास्तव कहते हैं कि दिनभर नौकरी करने के बाद रात में जो अपना व्यक्तिगत समय मिलता था, उसी में वह छात्रों को पढ़ाया करते थे। वहीं छुट्टी के दिन क्लास की अवधि और बढ़ जाती थी। उन्होंने बताया कि आॅनलाइन क्लास में न केवल झारखंड, बल्कि जम्मू कश्मीर, हिमाचल, तमिलनाडू समेत अन्य राज्यों के छात्र भी शामिल होते हैं।

पिता से मिली थी प्रेरणा, परिवार का मिलता है सपोर्ट
डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि उनके पिता खुद एक शिक्षक थे। उन्होंने समाज के प्रति दायित्व की एक सीख दी थी। वह उसी का अनुसरण कर रहे हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि उनके इस काम में परिवार का भी पूरा सहयोग मिलता है।

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