जामताड़ा में सनसनीखेज मामला सामने आया है। नारायणपुर थाना क्षेत्र के लटैया डाभाकेंद गांव में दुबराज मंडल के घर बुधवार की देर रात 15 नकाबपोश अपराधी पहुंचे। सभी बदमाश हथियारों से लैस थे। अपराधियों ने खुद को साइबर थाने की पुलिस बता कर घरवालों से दरवाजा खोलने को कहा। जब घर की महिलाओं ने दरवाजा नहीं खोल्, तो सभी बदमाश दरवाजा तोड़ कर घर में घुस गये।
हथियार के बल पर इन बदमाशों ने घर की महिला और लड़कियों को अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद बारी-बारी से घर के सभी कमरों से रुपये, जेवरात और सारे कीमती सामान साथ ले गये। डकैत तीन भाइयों के इस घर से तकरीबन 6.5 लाख रुपये की संपत्ति साथ ले गये। डकैत रात के करीब 12.30 बजे घर में दाखिल हुए और उनका तांडव तकरीबन घंटे भर तक चलता रहा। जाते-जाते इन बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए घर के बाहर हवाई फायर भी की। घटना की सूचना पाकर नारायणपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की पड़ताल में जुटी है। घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। करीब दो घंटे तक मुरलीपहाड़ी चौक के पास जाम लगा रहा।
लगातार तीन वारदात, पूरे इलाके में दहशत
घटना के बाद परिवार और पूरे गांव के लोगों में दहशत व्याप्त है। परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है। बुधवार को साइबर पुलिस बताकर डाका डालने की यह घटना क्षेत्र में ऐसी तीसरी वारदात है। इससे पहले इसी साल 11 अप्रैल को रूपडीह में हीरालाल मंडल के घर भी डकैत खुद को साइबर थाने की पुलिस बताकर ही दाखिल हुए थे। इस दौरान इन डकैतों ने 3.5 लाख का डाका डाला था। जबकि दूसरी घटना जनवितरण प्रणाली दुकानदार हराधन पंडित के घर में हुई है। क्षेत्र में लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से पूरे क्षेत्र के लोग दहशत में जी रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, पहले हो चुकी डकैती के मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं।