-जेपीएससी से अनुशंसित पदाधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
-129 नवनियुक्त पदाधिकारियों के बीच सीएम ने बांटा नियुक्ति पत्र
रांची। राज्य में सरकार गठन के बाद से ही यहां की कृषि और किसानों को समृद्ध बनाना सरकार की प्राथमिकता रही है। झारखंड की मिट्टी में ऐसी ताकत है, जो हर तरीके के फसल को उगा सकती है। राज्य में कृषि के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। झारखंड में जमीन के अंदर जितनी क्षमता है उससे कहीं अधिक क्षमता जमीन के ऊपर भी है। राज्य गठन के बाद कृषि के क्षेत्र में जो कार्य होनी चाहिए थी, वो नहीं हो पायी।
ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से अनुशंसित पदाधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में कहीं। मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त कृषि सेवा के पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताते हुए कहा कि आप सभी नवनियुक्त पदाधिकारी अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन निष्ठा और ईमानदारी पूर्वक करेंगे। आप यहां के किसानों की समृद्धि और उन्नति के लिए समर्पित रहेंगे ऐसा मुझे पूरा विश्वास है। आपकी सोच और मेहनत राज्य को नयी दिशा देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के किसान तकनीकी रूप से पीछे हैं। हमें नए सिरे से पूरी व्यवस्था को रिस्ट्रक्चर कर आगे बढ़ना है। कृषि विभाग का दायरा बहुत बड़ा है। कृषि विभाग अत्यंत महत्वपूर्ण विभागों में से एक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे किसान बंधुओं और सरकार के बीच के एक महत्वपूर्ण कड़ी आप सभी नवनियुक्त पदाधिकारी हैं। आपके माध्यम से सरकार और किसानों के बीच एक जुड़ाव बना रहता है।
वैश्विक महामारी में कृषि क्षेत्र ने मानव जीवन की रक्षा की
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के समय जब सभी प्रतिष्ठान, संस्थान, रोजगार के साधन बंद पड़े थे उस समय कृषि ही एक ऐसा क्षेत्र था जिसने मानव जीवन की रक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा हो, बागवानी हो या खेती-बाड़ी के अन्य स्रोत, इसी क्षेत्र में लोगों को रोजगार मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश में ऐसा भी दौर रहा है जब किसानों ने आत्महत्याएं की है। तकनीकी रूप से विकसित कई राज्यों में सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्याएं की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव भले ही कितना भी भौतिकवादी क्यों न हो जाए लेकिन कृषि का कोई विकल्प नहीं है। मनुष्य न सोना, चांदी, हीरा, मोती, न ही रुपया-पैसा खा सकता है। मनुष्य जीवन में खाने के लिए दो वक्त की रोटी, सर छुपाने के लिए घर और तन ढकने के लिए कपड़ा, यही चीजें नितांत आवश्यक हैं। हमें कृषि और किसान दोनों की उन्नति के लिए व्यवस्थाओं को सुदृढ़ कर मजबूती के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
कृषि संपदा के रूप में झारखंड को विकसित करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में झारखंड को सिर्फ और सिर्फ खनिज संपदाओं के नाम से ही जाना गया है। वर्तमान सरकार का प्रयास है कि झारखंड सिर्फ खनिज संपदा ही नहीं, बल्कि कृषि संपदा के रूप में विकसित हो। मुख्यमंत्री ने कृषि सेवा क्षेत्र के नवनियुक्त पदाधिकारियों से कहा कि कृषि के क्षेत्र में राज्य को नहीं पहचान मिले इस निमित्त आप समर्पित भाव से काम करें। राज्य के समस्त किसानों तक हमें खुद चल कर जाना होगा।
संबोधन की शुरुआत जोहार से करें
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त कृषि पदाधिकारियों से कहा कि झारखंड आदिवासी बहुल क्षेत्र है। यहां के लोगों के रगों में आत्मीयता और संवेदना भरी रहती हैं। पदाधिकारी जब भी क्षेत्र भ्रमण करें यहां के किसान भाईयों तथा अन्य लोगों को भी जोहार कह कर संबोधित करें।
32 वर्ष बाद कृषि सेवा क्षेत्र में एक साथ 129 पदाधिकारियों की हुई नियुक्ति
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि 32 वर्षों बाद आज एक मंच से राज्य सरकार ने एक साथ झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित कृषि सेवा वर्ग 2 मूल कोटि पद पर चयनित हुए 129 पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति पत्र का वितरण किया जाना राज्य सरकार की सकारात्मक सोच को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी सहित अन्य संस्थानों से कृषि ग्रेजुएट छात्रों को विजन की कमी के कारण प्लेटफार्म नहीं मिल सका था। पहले से कृषि ग्रेजुएट हुए कई छात्रों का तो उम्र भी पार कर गया लेकिन नियुक्तियां नहीं मिली। बादल ने कहा कि कोविड-19 जैसी विषम परिस्थितियों में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सकारात्मक सोच को हम लोगों ने धरातल पर उतारने का काम किया है।
उन्होंने नवनियुक्त कृषि सेवा के पदाधिकारियों से कहा कि राज्य के 58 लाख बिरसा किसानों की समृद्धि और उन्नति के लिए आपको प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में आपके कंधों पर कृषि एवं कृषकों के कल्याण के लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा कि कई बाधाओं के बीच हमारी सरकार निरंतर आगे बढ़ने का कार्य कर रही है। कृषि सहित विभिन्न सेक्टरों में सरकार सकारात्मक सोच के साथ राज्य को नई दिशा देने का कार्य कर रही है।
सरकार के वादों को धरातल पर उतारें
खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कृषि सेवा क्षेत्र के 129 नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि झारखंड कृषि आधारित प्रदेश है। यहां की जनता प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से कृषि से जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली सरकार की सोच को धरातल पर उतारने का काम आप सभी पदाधिकारी प्रतिबद्धता के साथ करें। वर्तमान सरकार की वादों को आप जमीनी स्तर पर उतारने का हर संभव प्रयास करें।
अब झारखंड विकास की पटरी पर दौड़ रहा है
जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार का सपना है कि झारखंड विकास की पटरी पर दौड़े। 32 वर्षों के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में कृषि सेवा के पदाधिकारियों को आज नियुक्ति पत्र मिल रहा है। उन्होंने कहा कि देश का 60 प्रतिशत रिसोर्स हमारे राज्य में है। कोयला, पत्थर, बालू, लोहा सहित कई रिसोर्स हमारे राज्य में है।