बोकारो। वेल्डिंग मिस्त्री का काम करने वाले राजेश्वर नायक की बेटी सावित्री कुमारी सरकारी आफिसर बनेगी। सावित्री ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की 10वीं फ़ाइनल परीक्षा में झारखंड टॉप किया है। इससे दांतू सहित पूरे बोकारो में खुशी की लहर है। बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

सावित्री के पिता राजेश्वर नायक बोकारो-रामगढ़ राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या- 23 किनारे दांतू में छोटी सी ग्रिल गेट की दुकान चलाते हैं। वे खुद वेल्डिंग का काम भी करते हैं। तीन बहनों में सावित्री मंझली बेटी है। सावित्री की प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी मध्य विद्यालय दांतू में हुई। इसके बाद छठी से 12वीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय तेनुघाट से पूरी की।

नवोदय के शिक्षक की सलाह पर उसने बांग्लादेश स्थित एशियन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुशन की पढ़ाई पूरी करने गयी। इस यूनिवर्सिटी में बतौर सहायक शिक्षक एक वर्ष तक की नौकरी की। इसके बाद आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री लेने के लिए इंग्लैंड गयी। वहां दो वर्ष 2016 से 2018 तक रही। इसके बाद वापस झारखंड आयी तो मुंबई आइटी में भी एक साल 2019 काम करने आ अवसर मिला। वहीं से सिविल सर्विसेज में जाने का मन बनाया और पहली प्रयास में सफलता हासिल हुआ।

सावित्री ने बताया कि अगर लक्ष्य बड़ा हो, सपना ऊंचा हो, ईमानदार मेहनत हो तो मंजिल कठिन नहीं है। अपनी सफलता का श्रेय सावित्री ने माता पिता के साथ शिक्षकों एवं सहयोगी मित्रों को दिया है। सावित्री सरकारी अधिकारी में बहाल होकर महिला सशक्तीकरण एवं स्वावलंबन पर विशेष कार्य करना चाहती है।

सावित्री ने बताया कि बेटी भी बेटे से कम नहीं है। पापा की हम सिर्फ तीन बेटियां ही है। हमारा भाई नहीं है। पापा ने हम तीनों बहनों को एक समान बेटे की तरह मानकर पढ़ाई-लिखाई में भरपूर सहयोग किया। कहीं किसी तरह की कमी नहीं होने दी। हम भी पापा को बेटे की कमी को कभी महसूस नहीं होने देंगे।

राजेश्वर नायक ने कहा कि हमारी सिर्फ तीन बेटियां हैं। हमने तीनों बेटियों को बेटे की तरह पालन पोषण किया है। हमारा सपना बेटियां को ऊंचा स्थान तक पहुंचाने का था। छोटी बेटी भी सीआईएसएफ में पास की है।

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