भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंत्रालय के पास स्थित सचिवालय (सतपुड़ा भवन) बीते 14 घंटों से आग की लपटों से घिरा रहा। यहां सोमवार की शाम करीब 4:00 बजे लगी भीषण आग पर मंगलवार को सुबह 6:00 बजे तक भी काबू नहीं पाया जा सका । इस आग में सतपुड़ा भवन की तीसरी से छठवीं मंजिल तक रखी विभिन्न विभागों की 12 हजार से ज्यादा फाइलें जलकर राख हो चुकी हैं। इनमें ज्यादातर फाइलें चिकित्सा विभाग से संबंधित थीं।प्रशासन का दावा है कि स्थिति काबू में है। जल्द ही आग पूरी तरह बुझा ली जाएगी।

दरअसल, सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर सोमवार शाम को अचानक आग लग गई थी, जो तेजी से फैसली हुई छठवीं मंजिल तक पहुंच गई थी। नगर निगम, पुलिस फायर ब्रिगेड की टीम आग को काबू करने में मंगलवार सुबह पांच बजे कुछ हद तक सफल हुई, लेकिन आग को पूरी तरह नहीं बुझा पाई। सुबह छह बजे सतपुड़ा भवन के पश्चिमी ब्लॉक के पिछले टॉवर से आग की लपटें रुक-रुककर उठ रही थी। सतपुड़ा भवन की चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल पर लगी आग को बुझाने लगातार पानी डाले जाने के बाद भी धुएं का गुबार उठता रहा। मौके पर दमकल के करीब 50 वाहन, पानी के करीब 300 टैंकर मौजूद हैं।

सरकार का अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी और एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने से फैलती गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई है। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

इस घटना को लेकर बताया जा रहा है कि आग बुझाने की कोशिशें नाकाम होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से एयरफोर्स की मदद के लिए कहा था। रात में ही एएन-32 विमान और एमआई-15 हेलिकॉप्टर आने वाले थे, लेकिन मंगलवार सुबह तक नहीं आ सके। मुख्यमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन पर सभी कुछ बताया है।

भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आग ऊपर की मंजिलों में थी और वहां पर ज्वलनशील सामग्री थी, इसलिए इतना समय लग गया। अभी तक स्थिति नियंत्रण में दिख रही है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया जाएगा। भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा का दावा है कि स्थिति कंट्रोल में है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version