रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में हुए तीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान एवं हेमंत सोरेन की मुलाकात पर तीखी प्रतिक्रिया दी। प्रकाश ने कहा कि भ्रष्टाचार के पोषक और संरक्षक तीन मुख्यमंत्रियों के संगम ने आज भगवान बिरसा मुंडा की पवित्र भूमि को अपवित्र किया है।
उन्होंने कहा कि आज नरेन्द्र मोदी सरकार देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। देशभर में भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों की दबिश बढ़ी है। इसके कारण भ्रष्टाचारी और उनके संरक्षक बेचैन हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वालों की पोल खुल चुकी है। अन्ना हजारे के आदर्शों को ठेंगा दिखाने वाली आप पार्टी के सरकारों की कथनी और करनी का अंतर उजागर हो चुका है। आज शराब घोटाले में केजरीवाल सरकार के मंत्री रहे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल की सलाखों में कैद हैं।
दीपक ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री की सरकार भी डेढ़ वर्षों में ही भ्रष्टाचार में आकंठ डूब चुकी है। पंजाब में डेढ़ वर्षों में ही दो मंत्रियों विजय सिंगला और सौजा सिंह को भ्रष्टाचार के आरोप में भाजपा के आंदोलन पर बर्खास्त करना पड़ा है। भटिंडा के विधायक अमित रतन सरेआम रिश्वत लेते पकड़े गए। विधायक गोल्डी कंबोज के पिता पर भी महिला के इस्तेमाल से सरकार में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगा। उन्होंने कहा कि एक मंत्री लालचंद कतारुजा के खिलाफ आरोप पर राज्यपाल और अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान में लिया है। इसके बावजूद अभी तक कतारूजा की बर्खास्तगी नहीं हुई।
प्रकाश ने हेमंत सरकार द्वारा बढ़ाए गए बिजली दर पर कहा कि बिजली दर घटाने की बात करके सत्ता प्राप्त करने वाली गठबंधन सरकार आज गरीबों, किसानों और आम आदमी पर कहर ढा रही है। इसके पूर्व भी राज्य सरकार ने पेट्रोल डीजल पर वैट कम नहीं करके जनता को निराश ही किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा बढ़े बिजली दर का प्रबल विरोध करते हुए इसे जनहित में वापस लेने की मांग करती है।
लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं पर प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार में ऐसी घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। आदिवासी और दलित बहन-बेटियां ज्यादा प्रभावित हो रहीं। धर्मांतरण का दबाव नहीं तो हत्या जैसी घटनाएं लगातार घटित हो रही। फिर भी सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही। उन्होंने कहा कि यदि हेमंत सरकार में हिम्मत है तो फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से पीड़ितों को न्याय दिलाए। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को हिंदू शब्द से एलर्जी है। इसीलिए 100 साल पुराने विद्यालयों के नाम बदले जा रहे। यह राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।