-जमीन घोटाले में हवाला रैकेट भी आया सामने
-दिलीप घोष ने माना, जगतबंधु टी इस्टेट के खाते में अमित अग्रवाल का ही पैसा आता था
-फिर उस रकम को उनके कहने पर दूसरे खातों में बाहर भेजा जाता था
-सोमवार को अदालत में होगी दोनों की पेशी, रिमांड बढ़ाने का आग्रह करेगी इडी
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। सेना के कब्जे वाली जमीन के घोटाले की जांच के क्रम में अब एक बड़े हवाला रैकेट का भी पता चला है। इडी द्वारा कारोबारी अमित अग्रवाल और जगतबंधु टी इस्टेट के मालिक दिलीप घोष से दूसरे दिन की पूछताछ के दौरान यह रैकेट सामने आया है। सेना की जमीन को खरीदनेवाले दिलीप घोष ने इडी की पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसके खाते में अमित अग्रवाल का ही पैसा जमा कराया जाता था और उनके कहने पर ही उस खाते से रकम को दूसरे खातों में बाहर भेजा जाता था। खाते का बाकी संचालन भी अमित अग्रवाल के निर्देश पर ही होता था। इस जानकारी के सामने आने के बाद अब जमीन घोटाले की जांच का दायरा बढ़ता हुआ नजर आने लगा है।
जानकारी के अनुसार रविवार को दिलीप घोष ने पूछताछ में स्वीकार किया कि जगतबंधु टी इस्टेट के खाते का वास्तविक संचालन अमित अग्रवाल ही करते थे। उनके कहने पर ही खाते से रकम को इधर-उधर किया जाता था। जब अमित अग्रवाल से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कुछ याद नहीं होने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके कर्मचारी ही इस बारे में विस्तृत जानकारी दे सकते हैं।
अधिवक्ता राजीव कुमार के पास से बरामद रकम विकास जैन की थी : अमित अग्रवाल
इडी ने अमित अग्रवाल से अधिवक्ता राजीव कुमार मामले के बारे में भी विस्तार से पूछताछ की। जानकारी के अनुसार, अमित अग्रवाल ने इडी को बताया है कि अधिवक्ता के पास से बरामद 50 लाख रुपये कोलकाता के व्यवसायी विकास जैन के खाते से निकाले गये थे।
बरियातू और हेहल की जमीन जब्त कर सकती है इडी
इस बीच सूत्रों ने बताया है कि बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली जमीन को इडी अपने कब्जे में लेने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा हेहल की करीब सात एकड़ जमीन को भी इडी अपने कब्जे में लेने की तैयारी कर रही है।
रिमांड बढ़ाने का आग्रह करेगी इडी
अमित अग्रवाल और दिलीप घोष की रिमांड की अवधि सोमवार को खत्म हो रही है। जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान नयी जानकारी मिलने के बाद इडी इन दोनों की रिमांड अवधि बढ़ाने का आग्रह अदालत से करेगी।