द्वारका/अहमदाबाद। गुजरात के द्वारका में 90 मीटर ऊंचे गाइ रोप की मदद से खड़े स्टील से निर्मित आकाशवाणी टॉवर को बिपरजॉय तूफान के खतरे को देखते हुए बुधवार को एहतियातन ढहा दिया गया। इस टॉवर के कारण किसी प्रकार की दुर्घटना को रोकने और आसपास के क्षेत्रों में जानमाल के नुकसान को कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
टॉवर ढहाने का यह कदम एनआईटी सूरत और सीसीडब्ल्यू के संरचनात्मक विशेषज्ञों द्वारा 35 साल पुराने इस टॉवर की सुरक्षा जांच के बाद उठाया गया है। इन विशेषज्ञों ने जनवरी, 2023 में इस टॉवर को ढहाने की सिफारिश की थी। इसके साथ ही, आकाशवाणी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए द्वारका से अपनी सेवाओं की बहाली के बारे में काम कर रही है।
ऑल इंडिया रेडियो के सहायक स्टेशन निदेशक रमेशचंद ने बताया कि टावर को गिराया गया है। सिविल कंस्ट्रक्शन विंग ने इसे अनसेफ बताया था। रात में डिप्टी कलक्टर की भी सूचना आई थी। इसके कारण इसे गिराना पड़ा। 100 मीटर टावर अनसेफ था। 10 किलोवाट का ट्रांसमीटर एफएम अभी लगना है। इसका नया टावर लगेगा। दुर्भाग्यवश इसे तूफान की वजह से गिराना पड़ा।