-दो तरह के कानून से नहीं चल सकता एक घर
-यूनिफॉर्म सिविल कोड पर भ्रम दूर करेगी भाजपा
आजाद सिपाही संवाददाता
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि तीन तलाक से इस्लाम का कोई संबंध नहीं है। इसकी वकालत करनेवाले वोट बैंक के भूखे हैं। यूनिफॉर्म सिविल कोड पर भड़का रहे हैं। एक घर दो तरह के कानूनों से नहीं चल सकता। यूनिफॉर्म सिविल कोड पर भाजपा भ्रम दूर करेगी। प्रधानमंत्री मंगलवार को भोपाल में मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में इसी साल होने वाले विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने आये थे। उन्होंने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान के तहत 543 लोकसभा सीटों के 10 लाख और मध्यप्रदेश के 64 हजार एक सौ बूथों के कार्यकर्ताओं को डिजिटली संबोधित किया। यहां सभी राज्यों के विधानसभा क्षेत्रों से तीन हजार कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। करीब दो घंटे के संबोधन की सबसे खास बात यह रही कि प्रधानमंत्री ने पहली बार भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पूछे गये सवालों का विस्तार से जवाब देते हुए अपनी बात कही।
पीएम मोदी ने कहा कि जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, वे मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। तीन तलाक से नुकसान का दायरा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि तीन तलाक का इस्लाम से संबंध होता, तो दुनिया के मुस्लिम बाहुल्य देश इसे खत्म नहीं करते। मिस्र में 90 फीसदी से ज्यादा सुन्नी मुस्लिम हैं। 80-90 साल पहले वहां तीन तलाक की प्रथा समाप्त हो चुकी है। अगर तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है, तो पाकिस्तान, इंडोनेशिया, कतर, जॉर्डन, सीरिया, बांग्लादेश में यह प्रथा क्यों नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर भड़काने का काम हो रहा है। उन्होंने पूछा: एक घर में परिवार के सदस्य के लिए एक कानून हो, परिवार के दूसरे सदस्य के लिए दूसरा कानून हो, तो क्या वह घर चल पायेगा? फिर ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पायेगा। भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गयी है। सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि कॉमन सिविल कोड लाओ।