वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति के रूप में मिले गुप्त दस्तावेज बाथरूम और बेडरूम तक में छिपाए थे। इस संबंध में उनके खिलाफ मुकदमा कायम होने के बाद जांच एजेंसी ने 37 आरोप सार्वजनिक कर दिये हैं।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। यौन उत्पीड़न के मुकदमे का सामना कर रहे ट्रंप अब राष्ट्रपति के रूप में उनके पास पहुंचे गुप्त सरकारी दस्तावेज वापस न करने के मुकदमे में फंस गए हैं। जांच एजेंसी ने उन पर लगाए गए 37 आरोप सार्वजनिक कर दिये। इनमें से 31 आरोप राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े दस्तावेजों को जानबूझकर अपने पास रखने के हैं। इसके अलावा उन पर झूठे बयान देने, दस्तावेज होने की बात छिपाने और न्याय में बाधा डालने जैसे आरोप लगाए गए हैं। 49 पेज के आरोप पत्र में बताया गया है कि ट्रम्प ने ये दस्तावेज अपने बाथरूम, बॉलरूम, शावर की जगह पर, ऑफिस, स्टोर रूम और बेडरूम में छिपाए थे। साथ ही जांच में बाधा डालने के लिए ट्रंप ने अपने वकीलों को फाइलें छिपाने या नष्ट करने का आदेश दिया था।

आरोप पत्र में बताया गया है कि पिछले साल ट्रंप के पास से 337 सरकारी दस्तावेज बरामद हुए थे। इनमें से 21 दस्तावेजों पर टॉप सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वो दस्तावेज होते हैं जिसमें सबसे संवेदनशील जानकारी रखी जाती है और सिर्फ सीमित लोगों की ही पहुंच में होते हैं। इसके अलावा नौ दस्तावेजों पर सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वो दस्तावेज होते हैं, जिनके लीक होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा पहुंचने की आशंका रहती है।

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