लांसिंग। अमेरिकी राज्य मिशिगन में अब पूजा स्थल पर तोड़फोड़ करना घृणा अपराध माना जाएगा। मिशिगन की विधानसभा में भारतीय अमेरिकी जनप्रतिनिधि रंजीव पुरी ने इस आशय का विधेयक पेश किया है।
पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट में अमेरिका में घृणा अपराध 12 फीसदी तक बढ़ने की बात कही गयी थी। अब मिशिगन राज्य की विधानसभा मिशिगन हाउस के मेजॉरिटी ह्विप रंजीव पुरी ने विधेयक पेश किया है। इस विधेयक में कहा गया है कि मिशिगन में किसी पूजा स्थल पर कोई व्यक्ति तोड़फोड़ करता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसी के साथ मिशिगन राज्य के प्रतिनिधि रंजीव पुरी ने दीवाली, वैसाखी, ईद और नव वर्ष की छुट्टियों को मिशिगन में आधिकारिक राज्य-मान्यता प्राप्त छुट्टियों के रूप में मनाने के लिए एक विधेयक भी पेश किया है।
रंजीव पुरी के माता-पिता 1970 के दशक में भारत के अमृतसर से अमेरिका चले गए थे। रंजीव पुरी का मिशिगन में जनप्रतिनिधि के रूप में दूसरा कार्यकाल है। पुरी फिलहाल एक प्रभावशाली स्थिति में हैं और सामाजिक मुद्दों को आगे बढ़ाते रहे हैं। उन्होंने विधेयक पेश करते हुए कहा कि मैंने दीवाली, वैसाखी और ईद-उल-फितर को मिशिगन में आधिकारिक छुट्टी घोषित करने के लिए एक बिल पेश किया है। मेरे पास एक और बिल है, जो घृणा अपराधों की परिभाषा का विस्तार करेगा।
रंजीव पुरी का कहना है कि मिशिगन में मूल घृणा अपराध बिल 1988 में लिखा गया था और तब से इसे अपडेट नहीं किया गया है। 35 साल बाद हम इसे अब अधिक समावेशी के साथ अपडेट कर रहे हैं। रंजीव पुरी के मुताबिक, अगर मंदिर, मस्जिद या सिख गुरुद्वारे जैसी धार्मिक संस्था में तोड़फोड़ की जाती है या उसे अपवित्र किया जाता है, तो अब उन लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाना बहुत आसान होगा।