-कम वोटिंग प्रतिशत के कारणों को जानने के लिए फील्ड विजिट करेगी आयोग की टीमः रवि कुमार
रांची। लोकसभा चुनाव के बाद चुनाव आयोग साल के अंत में होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में शुक्रवार को बैठक हुई, जिसमें बीते लोकसभा चुनाव की समीक्षा की गई। साथ ही विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने के निर्देश दिए गए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार की मौजूदगी में हुई इस बैठक में राज्य के विभिन्न जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारी के अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से निर्वाचन कार्य से जुड़े जिलास्तर के पदाधिकारी शामिल हुए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिन बूथों पर कम वोटिंग हुई है, उसके कारणों को जानने के लिए चुनाव आयोग की टीम जिलों का दौरा करेगी। इन जगहों में मतदान क्यों कम हुए हैं, इसे जानने के लिए संत जेवियर्स के रिसर्च टीम को भी जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा जुलाई के पहले सप्ताह से फील्ड विजिट भी होगा।
इस साल होने वाले झारखंड विधानसभा के चुनाव को ध्यान में रखते हुए आयोग ने तैयारी शुरू करते हुए सभी उप निर्वाचन पदाधिकारी को मतदाता सूची में लोकसभा चुनाव के दौरान आई शिकायतों को दूर करने का निर्देश दिया है। साथ ही मतदाताओं से अपील की है कि समय रहते मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने का काम करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने आम लोगों से अपील किया कि मतदाता सूची से संबंधित जो कुछ भी शिकायतें हैं, उसे दूर करने के लिए वोटर को समय पर पहल करनी होगी। अभी वक्त है। विधानसभा चुनाव से पहले ही बीएलओ के माध्यम से इस दिशा में कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि आयोग के द्वारा सभी मुखिया एवं जनप्रतिनिधियों को मुफ्त में मतदाता सूची उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे समय रहते वे देख सकें कि किनका वोटर लिस्ट में नाम नहीं है या किसी तरह की संशोधन की जरूरत है।