-बालू की कमी और महंगाई के कारण अबुआ आवास सहित सरकार की अनेक कल्याणकारी और विकास योजनायें प्रभावित
रांची। पूर्व मंत्री और सरकार की समन्वय समिति के सदस्य और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि झारखंड सरकार के द्वारा कार्यान्वित की जा रही अनेक विकास योजनाओं के सटीक कार्यान्वयन के लिए यह बहुत जरूरी है कि सरकार बालू की किल्लत दूर करने के लिए समुचित व्यवस्था करे। श्री तिर्की ने कहा कि बालू की कमी और उसकी महंगी कीमतों के कारण लाभुकों के साथ ही संवेदकों को भी बालू प्राप्त करने में बहुत अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और यह चिंता की बात है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बालू का अभाव न हो
उन्होंने कहा कि किल्लत और महंगे बालू की इस स्थिति से बचाव के लिए यह बहुत जरूरी है कि सरकार, झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (जेएसएमडीसी) को इस संबंध में निर्देश दे कि वह बालू की किल्लत दूर करने के लिए समुचित उपाय करे और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में इस बात की सटीक व्यवस्था की जाये कि वहां बालू जैसी सामग्रियों का अभाव नहीं हो।
श्री तिर्की ने कहा कि सरकार की अनेक कल्याणकारी और लाभकारी योजनाओं का पूरा का पूरा आधार या दारोमदार, निर्माण कार्यक्रमों के ऊपर ही है और यदि इसके लिए बालू जैसी आधारभूत आवश्यकता की कमी होगी या उसकी कीमत ज्यादा होगी तो इससे सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन में देरी और उसकी गुणवत्ता पर होने वाले असर का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।
सीएम से इस पर संज्ञान लेने का किया आग्रह
श्री तिर्की ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के परिणामस्वरुप विकास कार्य पहले ही बहुत अधिक प्रभावित हो चुका है और इस वित्तीय वर्ष में अभी भी हम लक्ष्य से बहुत पीछे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में मानसून के आने के बाद निर्माण कार्य प्रभावित होता है और उसमें यदि इस प्रकार से बालू और अन्य जरूरी सामग्रियों की किल्लत होगी तो यह चिंता की बात है। श्री तिर्की ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार जिस प्रकार से आमजन की जरूरतों एवं आकांक्षाओं के प्रति समर्पित है उसमें यह बात निश्चित है कि यह गंभीर समस्या मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के संज्ञान में होगी लेकिन फिर भी इस पर ध्यान देना बहुत अधिक आवश्यक है क्योंकि, तेज गति से सरकारी योजनाओं का कार्यान्वयन आज की सबसे बड़ी जरूरत है।