Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, December 12
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»झारखंड»झारखंड में भाजपा का कद छोटा हुआ: सीपीएम
    झारखंड

    झारखंड में भाजपा का कद छोटा हुआ: सीपीएम

    adminBy adminJune 5, 2024Updated:June 5, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। सीपीएम के राज्य सचिव मंडल ने झारखंड के मतदाताओं को लोकसभा के चुनाव में भाजपा का कद छोटा करने के लिए बधाई दी। राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने बताया कि मतदाताओं ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री समेत झारखंड के बड़बोले नेताओं द्वारा सांप्रदायिक धुव्रीकरण के लिए चुनाव प्रचार के दौरान उठाये गये नफरती बोल और डेमोग्राफी बदल जाने का माहौल खड़ा करने की साजिश को ठुकरा कर अपनी राजनीतिक परिपक्वता का परिचय दिया है। झारखंड का चुनाव परिणाम इस तथ्य को भी रेखांकित करता है कि राज्य में आदिवासियों के लिए आरक्षित सभी पांच सीटों पर भाजपा पराजित हुई है। इनमें से तीन सीटें भाजपा की जीती हुई थी और एक जो कांग्रेस की जीती हुई सीट थी। वहां दलबदल कराकर प्रत्याशी को अपने पाले में शामिल कराया गया था। राज्य के आदिवासी मतदाताओं ने भाजपा की इस घटिया चाल को पहचानते हुए उसे माकूल जवाब दिया है। इस प्रकार जहां पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी आजसू को कुल 12 सीटें मिली थी। वहीं इस बार उन्हें 9 सीटों पर संतोष करना पड़ा। यदि आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी ने सीट शेयरिंग में और अपने प्रत्याशियों की घोषणा में देर नहीं किया होता, तो झारखंड मे भाजपा के कद को और छोटा किया जा सकता था।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleओडिशा में हार के बाद नवीन पटनायक का इस्तीफा, अपनी सीट भी नहीं बचा सके थे
    Next Article कल्पना सोरेन इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने के लिए आज दोपहर 1:00 बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से नई दिल्ली रवाना होंगी
    admin

      Related Posts

      जानलेवा कफ सीरप कारोबार पर ED की बड़ी कार्रवाई, तीन राज्यों में हड़कंप

      December 12, 2025

      हजारीबाग में NIA का बड़ा एक्शन, आतंकी शाहनवाज आलम कनेक्शन की जाँच तेज़

      December 11, 2025

      झारखंड विधानसभा सत्र: एमबीबीएस नामांकन में गड़बड़ी पर भड़के बाबूलाल मरांडी, सीबीआई जांच की मांग

      December 9, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • जानलेवा कफ सीरप कारोबार पर ED की बड़ी कार्रवाई, तीन राज्यों में हड़कंप
      • प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को जयंती पर किया नमन
      • हजारीबाग में NIA का बड़ा एक्शन, आतंकी शाहनवाज आलम कनेक्शन की जाँच तेज़
      • बॉक्स ऑफिस पर ‘धुरंधर’ का जलवा जारी
      • ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा से आगामी पीढ़ियों को इसके असली महत्व को समझने में मिलेगी मदद : अमित शाह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version