रांची। बरियातू की सेना की कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन के फर्जी मालिक प्रदीप बागची के खिलाफ अदालत में आरोप गठित किया है। उसपर उक्त जमीन का फर्जी आधार कार्ड, बिजली बिल और फर्जी पोजीशनल लेटर के आधार पर दो-दो होल्डिंग लेने का आरोप है। मामले में 8 जुलाई से गवाही शुरू होगी। नगर निगम के संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने प्रदीप बागची के खिलाफ बरियातू थाना में फर्जीवाड़ा का केस कांड संख्या 141/2022 के दर्ज कराया था। सेना की कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन का फर्जी रैयत प्रदीप बागची बना था। फर्जी दस्तावेज के आधार पर प्रदीप बागची ने जगत बंधु टी स्टेट कंपनी के दिलीप घोष को 7 करोड़ में जमीन बेच दी थी। फर्जी दस्तावेज तैयार करने और खरीद-बिक्री करने में सरकारी अधिकारियों की भी मिलीभगत थी।
बता दें कि बरियातू थाना में दर्ज इस केस को इडी ने टेकओवर कर इसीआइ 1/2023 दर्ज किया था। मामले को लेकर इडी ने 13 और 14 अप्रैल 2023 को रांची पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, बड़ंगाई अंचल के उप राजस्व कर्मी भानु प्रताप प्रसाद, समेत कई जमीन कारोबारियों के ठिकाने पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के बाद 14 अप्रैल 2023 को उप राजस्व कर्मी भानु प्रताप प्रसाद, फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मास्टरमाइंड और जमीन कारोबारी मोहम्मद अफसर अली, मोहम्मद सद्दाम, ताल्हा खान समेत कई को गिरफ्तार किया था। 4 मई 2023 को छवि रंजन को इडी ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, तब ये सभी आरोपी जेल में बंद हैं।