रांची। हजारीबाग जिले के चुरचू निवासी राजू मांझी अफीम की खेती करता है। मादक पदार्थ तस्करी में सक्रिय हजारीबाग के एक गिरोह के माध्यम से राजू मांझी की अफीम उत्तराखंड, यूपी समेत अन्य राज्य में पहुंचती है। यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ी गिरोह की महिला तस्कर ने इसका खुलासा किया। महिला तस्कर की पहचान हजारीबाग जिले के बड़कागांव स्थित ओखनी तेली टोली की रहनेवाली शांति कुमारी, पति चंदन सिंह के रूप में की गयी है।

बीएसपी फाइनल इयर की छात्रा शांति अपने घर से अलग हजारीबाग शहर में किराये के मकान में रहती है। यहीं रह कर गिरोह के लोगों से जुड़ कर अफीम तस्करी का धंधा करने लगी। शांति राजू मांझी से 1.05 लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से अफीम खरीदती है। इसे डेढ़ लाख या और इससे ज्यादा में बेचती है। झारखंड से अफीम लाकर बरेली, आसपास के जनपदों और उत्तराखंड में सप्लाई करती है।
आरोपी महिला को यूपी एसटीएफ की टीम ने शाहजहांपुर-बरेली हाइवे पर स्थित सरकड़ा मोड़ के पास पकड़ा। तलाशी के क्रम में महिला के बैग से छह किलो अफीम को पुलिस ने बरामद किया। पूछताछ में महिला ने बताया कि इसका एक गिरोह है, जो मादक पदार्थ की तस्करी करता है। बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के अंजनी गांव निवासी राहुल को अफीम देनेवाली थी।

महिला की निशानदेही पर नेशनल हाइवे पर सरकड़ा गांव के पास से राहुल को एक किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में राहुल ने बताया कि वह झारखंड से अफीम मंगाता है और हाइवे पर इसकी सप्लाई करता है। उसके साथ ही वह पंजाब के लोगों को भी सप्लाई करता है। दोनों ही तस्कर कई बार अफीम की खेप ले जा चुके हैं।

एक्शन के बावजूद नहीं थम रहा कारोबार
रांची। झारखंड में बीते करीब साढ़े तीन साल में नशा कारोबार से जुड़े 1636 आरोपी गिरफ्तारी हुए हैं। इन आरोपियों की गिरफ्तारी जनवरी 2022 से लेकर 31 मई 2024 के बीच हुई है। इस दौरान पूरे राज्य में नशे के कारोबार को लेकर 1141 केस दर्ज हुए हैं। वहीं इस दौरान पुलिस ने 9075 किलो गांजा, 62314 किलो डोडा, 1304 किलो अफीम और 2.064 किलो ब्राउन शुगर भी बरामद किये हैं। इसके अलावा पुलिस ने 841 ग्राम हेरोइन भी जब्त किये हैं।

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