रांची। राज्य के 35 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में हरियाली की चादर बिछाने की कवायद तेज कर दी गयी है। कोशिश है कि इको क्लब के जरिये प्राइमरी 21,189, इलिमेंट्री 11548 और सेकेंड्री 2706 स्कूलों में इसी साल 5 लाख तक या इससे अधिक पौधे लगाये जायें। इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिलों को इको क्लब से संबंधित गतिविधियों को साझा किया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अनुदान भी उपलब्ध करा दिया गया है। परिषद के राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में सूचना भेज दी है। इसके मुताबिकए इको क्लब के जरिये फलदार पौधे लगाए जाने के काम और दूसरी एक्टिविटी के लिए 35443 स्कूलों को पैसे भेज दिये गये हैं। प्राइमरी स्कूलों के लिए 3500 रुपये प्रति स्कूल, मध्य विद्यालयों के लिए 10,000 रुपये और हाइ स्कूलों के लिए प्रति स्कूल 15000 रुपये तय किये गये हैं।
किचेन गार्डन को किया जायेगा और मजबूत
जेइपीसी के मुताबिक इको क्लब से संबंधित गाइडलाइन पहले की स्कूलों को उपलब्ध करायी जा चुकी है। स्कूल अपनी जरूरतों के अनुसार इको क्लब के मद में प्राप्त राशि का उपयोग कर सकेंगे। इको क्लब की गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 1000 स्कूलों को एमडीएम योजना के माध्यम से 5000 रुपये की अतिरिक्त आय उपलब्ध करायी जायेगी। इससे स्कूल के किचेन गार्डन को और समृद्ध करने में मदद मिलेगी। इको क्लब के माध्यम से सभी स्कूलों में बड़े पैमाने पर पौधरोपण का काम किया जाना है। प्रत्येक प्राइमरी स्कूल में कम से कम 10, हरेक मिडिल स्कूल में 20 और हाइ स्कूलों में कम से कम 30 पौधे लगाये जाने का टारगेट रखा गया है। इसके साथ ही जेइपीसी ने सभी जिलों को 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के आयोजन के अलावा अगले एक महीने में अलग-अलग कार्यक्रमों का शेड्यूल तय समय पर पूरा करने को कहा है। 11 से 15 जुलाई को श्रेष्ठ 1000 स्कूलों की सूची तैयार होगी। 16 से 20 जुलाई को राज्य स्तर पर श्रेष्ठ 120 स्कूलों पुरस्कार दिये जाने का भी कार्यक्रम तय किया है।
मनरेगा से भी मदद
स्कूलों में मनरेगा के माध्यम से भी आम और दूसरे फलदार पौधे, बागवानी, पोषण वाटिका आदि की व्यव्स्था की जानी है। सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से ग्राफ्टेड पेड़ जो उच्च गुणवत्ता और बड़े आकार के हों, लगाने को कहा गया है। इस तरह से राज्यभर के स्कूलों में पांच लाख पौधे लगाये जाने का इरादा जेइपीसी का है। पौधों, बागवानी की व्यवस्था के लिए वन विभाग से मदद लिये जाने का निर्देश है। सभी पौधों को स्कूल में प्रोजेक्ट इंपैक्ट के अंतर्गत बने चार हाउस और इको क्लब के सदस्यों के बीच आवंटित किया जायेगा। यदि वन विभाग के पास पौधे की कमी हो तो अभिभावक, प्रधानाध्यापक, शिक्षक द्वारा कोई भी प्रकार का पौधा बाजार से खरीद कर स्कूलों को उपलब्ध कराया जायेगा। स्कूलों को आवंटित राशि का शत-प्रतिशत व्यय इसी वित्तीय वर्ष में पूरा किये जाने को भी कहा गया है।