Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 8
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»35 हजार स्कूलों में इको क्लब को सशक्त करने की तैयारी, स्कूलों में लगेंगे पांच लाख फलदार पौधे
    Top Story

    35 हजार स्कूलों में इको क्लब को सशक्त करने की तैयारी, स्कूलों में लगेंगे पांच लाख फलदार पौधे

    adminBy adminJune 3, 2024Updated:June 3, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। राज्य के 35 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में हरियाली की चादर बिछाने की कवायद तेज कर दी गयी है। कोशिश है कि इको क्लब के जरिये प्राइमरी 21,189, इलिमेंट्री 11548 और सेकेंड्री 2706 स्कूलों में इसी साल 5 लाख तक या इससे अधिक पौधे लगाये जायें। इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिलों को इको क्लब से संबंधित गतिविधियों को साझा किया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अनुदान भी उपलब्ध करा दिया गया है। परिषद के राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में सूचना भेज दी है। इसके मुताबिकए इको क्लब के जरिये फलदार पौधे लगाए जाने के काम और दूसरी एक्टिविटी के लिए 35443 स्कूलों को पैसे भेज दिये गये हैं। प्राइमरी स्कूलों के लिए 3500 रुपये प्रति स्कूल, मध्य विद्यालयों के लिए 10,000 रुपये और हाइ स्कूलों के लिए प्रति स्कूल 15000 रुपये तय किये गये हैं।

    किचेन गार्डन को किया जायेगा और मजबूत
    जेइपीसी के मुताबिक इको क्लब से संबंधित गाइडलाइन पहले की स्कूलों को उपलब्ध करायी जा चुकी है। स्कूल अपनी जरूरतों के अनुसार इको क्लब के मद में प्राप्त राशि का उपयोग कर सकेंगे। इको क्लब की गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 1000 स्कूलों को एमडीएम योजना के माध्यम से 5000 रुपये की अतिरिक्त आय उपलब्ध करायी जायेगी। इससे स्कूल के किचेन गार्डन को और समृद्ध करने में मदद मिलेगी। इको क्लब के माध्यम से सभी स्कूलों में बड़े पैमाने पर पौधरोपण का काम किया जाना है। प्रत्येक प्राइमरी स्कूल में कम से कम 10, हरेक मिडिल स्कूल में 20 और हाइ स्कूलों में कम से कम 30 पौधे लगाये जाने का टारगेट रखा गया है। इसके साथ ही जेइपीसी ने सभी जिलों को 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के आयोजन के अलावा अगले एक महीने में अलग-अलग कार्यक्रमों का शेड्यूल तय समय पर पूरा करने को कहा है। 11 से 15 जुलाई को श्रेष्ठ 1000 स्कूलों की सूची तैयार होगी। 16 से 20 जुलाई को राज्य स्तर पर श्रेष्ठ 120 स्कूलों पुरस्कार दिये जाने का भी कार्यक्रम तय किया है।

    मनरेगा से भी मदद
    स्कूलों में मनरेगा के माध्यम से भी आम और दूसरे फलदार पौधे, बागवानी, पोषण वाटिका आदि की व्यव्स्था की जानी है। सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से ग्राफ्टेड पेड़ जो उच्च गुणवत्ता और बड़े आकार के हों, लगाने को कहा गया है। इस तरह से राज्यभर के स्कूलों में पांच लाख पौधे लगाये जाने का इरादा जेइपीसी का है। पौधों, बागवानी की व्यवस्था के लिए वन विभाग से मदद लिये जाने का निर्देश है। सभी पौधों को स्कूल में प्रोजेक्ट इंपैक्ट के अंतर्गत बने चार हाउस और इको क्लब के सदस्यों के बीच आवंटित किया जायेगा। यदि वन विभाग के पास पौधे की कमी हो तो अभिभावक, प्रधानाध्यापक, शिक्षक द्वारा कोई भी प्रकार का पौधा बाजार से खरीद कर स्कूलों को उपलब्ध कराया जायेगा। स्कूलों को आवंटित राशि का शत-प्रतिशत व्यय इसी वित्तीय वर्ष में पूरा किये जाने को भी कहा गया है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleहिंडनबर्ग के झटके से उबरा अडाणी ग्रुप, दुनिया के 11वें सबसे अमीर कारोबारी बने गौतम अडाणी
    Next Article आरपीएफ ने लड़की को अपहरणकर्ता के चंगुल से बचाया
    admin

      Related Posts

      झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल

      June 7, 2025

      पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास

      June 7, 2025

      गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा

      June 7, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल
      • पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास
      • गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा
      • अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद
      • विकसित खेती और समृद्ध किसान ही हमारा संकल्प : शिवराज सिंह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version