रांची। जेपीएससी 2016 से अनुशंसित दो अभ्यर्थियों को झारखंड सरकार में नौकरी मिल गयी। झारखंड प्रशासनिक सेवा में इन्हें नियुक्त किया गया है। दोनों अभ्यर्थी अनारक्षित कोटि के हैं। राज्य सरकार ने राजीव कुमार को उप समाहर्ता पद पर नियुक्त करते हुए पलामू जिला प्रशिक्षण के लिए आवंटित किया है।
वहीं पवन कुमार को अनारक्षित कोटि के मूक-बधिर श्रेणी में परिक्ष्यमान उप समाहर्ता के रूप में औपबंधिक रूप से नियुक्त करते हुए साहेबगंज जिला में जिला प्रशिक्षण के लिए पदस्थापित किया गया है। अभ्यर्थियों की परिक्ष्यमान अवधि नियुक्ति की तिथि से दो वर्षों की होगी। संतोषजनक सेवा नहीं हुई, तो सेवा समाप्त कर दी जा सकती है। अन्यथा सेवा बढ़ायी जायेगी। कार्मिक विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। दरअसल, दोनों अभ्यर्थियों ने जेपीएससी 2016 की नियुक्ति परीक्षा अनरीक्षित श्रेणी से दी थी और उर्त्तीण भी किये। जेपीएससी ने इनकी नियुक्ति की अनुशंसा की, जिसके बाद कार्मिक विभाग 29 जुलाई 2020 को अधिसूचना जारी की और 30 दिनों के अंदर उप समाहर्ता के पद पर योगदान देने को कहा। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि निर्धारित तिथि के अंदर वे योगदान नहीं किये तो अभ्यर्थी की उम्मीदवारी रद्द कर दी जायेगी। उस वक्त पवन कुमार और राजीव कुमार वायुसेना में एयरमेन के पद पर कार्यरत थे, लेकिन वायुसेना की ओर से विरमित नहीं किये जाने की वजह से वे झारखंड में योगदान नहीं दे सके। पूरे मामले में दोनों ने उस वक्त दिल्ली हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। ऐसे में मुख्यमंत्री झारखंड द्वारा यह निर्देश आया कि इस मामले में कोर्ट के फैसले आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाये। न्यायालय ने पवन कुमार और राजीव कुमार के पक्ष में फैसला सुनाया।