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    Home»झारखंड»जेल में हेमंत सोरेन को खतरा, अमर बाउरी ने राज्य सरकार से मांगा इस्तीफा
    झारखंड

    जेल में हेमंत सोरेन को खतरा, अमर बाउरी ने राज्य सरकार से मांगा इस्तीफा

    shivam kumarBy shivam kumarJune 9, 2024No Comments3 Mins Read
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    रांची। नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन अभी जमीन घोटाला केस में जेल में बंद हैं। पिछले दिनों सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने जेल में सुविधाओं की कमी और खतरे की बात करते फादर स्टेन स्वामी को याद किया था। इसी पर अमर कुमार बाउरी ने एक्स के जरिये सत्तारूढ दल और सीएम चंपाई सोरेन पर हमला बोला है। झामुमो, कांग्रेस और राजद को ठग विद्या और भ्रम फैलाने में पारंगत बताया है। हेमंत सोरेन अपनी ही सरकार के जेल के अंदर खतरे में हैं। इस बात को सत्तारूढ़ दल का नया एजेंडा बताया है। सवाल करते कहा है कि झारखंड में सरकार किसकी है। फिर भी खतरा। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन स्वयं साप्ताहिक रूप से जेल जाकर हेमंत सोरेन के सामने हाजिरी लगाते हैं। फिर भी खतरा। जेल को राज्य सरकार चलाती है या नहीं। गृह एवं कारा विभाग का प्रभार तो स्वयं मुख्यमंत्री के पास है, फिर भी खतरा।

    अमर बाउरी के मुताबिक, बात स्पष्ट है, अगर सरकार में रहकर खुद के नेता के जान को खतरा है, तो मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दें। अगर यह कोई एजेंडा है, तो झामुमो-कांग्रेस-राजद भ्रम फैलाने के लिए राज्य की जनता से माफी मांगे। चुनाव के पश्चात भाजपा सरकार में हेमंत सोरेन सुरक्षित रहेंगे।

    इ प्रिसन पोर्टल: रोज 666 की कैदियों से मुलाकात
    रांची। भारत सरकार ने जेल में बंद कैदियों से मुलाकात के लिए इ-प्रिसन पोर्टल लांच किया है। इ-प्रिसन पोर्टल के माध्यम से झारखंड में हर दिन 666 लोग जेल में बंद कैदी से मुलाकात कर रहे हैं। पिछले एक माह 9 मई से 9 जून तक के दौरान राज्य के कुल 31 जेलों में बंद कैदियों से 19,995 लोगों ने मुलाकात की। बता दें कि झारखंड में वर्तमान में कुल 31 जेल है, जिनमें सात सेंट्रल जेल, 16 मंडल कारा, सात उपकारा और एक ओपन जेल शामिल है। इन सभी जेलों में कुल 17647 कैदी बंद हैं।

    एनआइसी ने इ प्रिसन पोर्टल को विकसित किया और इसे दिसंबर 2014 में झारखंड में लागू किया। इस एप्लीकेशन का मुख्य उद्देश्य यह है कि झारखंड के कारा विभाग के बारे में विश्वसनीय जानकारी प्रदान करना। यह एप्लीकेशन बंदियों में सुधार, व्यापक पारदर्शिता और केंद्रीकृत डेटाबेस नियोजन और प्रबंधन, बंदियों की बेहतर दक्षता और जवाबदेही को बढ़ावा देता है। इस पोर्टल के माध्यम से जेल में बंद कैदी के परिवार के कोई भी सदस्य घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात कर सकते हैं या जेल में फेस टू फेस मुलाकात करने के लिए भी आॅनलाइन इस पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।

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