-दो दशक पहले व्यवसाय की शुरूआत करने वाले उद्योगपति ने अकूत धन कमाया
जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर में जीएसटी इंटेलिजेंस ने अरबों रुपये के जीएसटी घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस मामले में शहर के जाने-माने उद्योगपति ज्ञानचंद जायसवाल उर्फ बबलू जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। बबलू पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट के जरिए 500 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप है। सोमवार शाम को जीएसटी इंटेलिजेंस ने बबलू को साकची स्थित अपने कार्यालय में बुलाया। कई घंटों तक उनसे पूछताछ की गयी और इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। मंगलवार को बबलू को जेल भेज दिया गया।
ज्ञानचंद जायसवाल उर्फ बबलू जायसवाल जमशेदपुर के रसूखदार व्यवसायियों में गिने जाते हैं। लोहा और स्क्रैप के कारोबार में उनका जाल पूरे झारखंड और आसपास के राज्यों तक फैला हुआ है। लगभग दो दशक पहले अपने व्यवसाय की शुरूआत करने वाले बबलू ने देखते ही देखते अपने बिजनेस को बुलंदियों तक पहुंचाया। हालांकि, कहा जाता है कि तरक्की की इस राह पर उन्होंने कई गलत रास्ते भी अख्तियार किये।
पिछले कुछ समय से बबलू के बढ़ते व्यापार और आयकर रिटर्न में गड़बड़ी को लेकर जीएसटी इंटेलिजेंस को शक हुआ था। विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि बबलू फर्जी कंपनियों के जरिए बड़े पैमाने पर जीएसटी की चोरी कर रहे हैं। इसके बाद विभाग ने बबलू पर नजर रखना शुरू कर दिया था।
जीएसटी इंटेलिजेंस की जांच में पता चला है कि बबलू जालसाजी के एक बड़े रैकेट से जुड़े थे। इस रैकेट में 100 से ज्यादा फर्जी कंपनियां शामिल हैं, जिनके जरिए तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन किया गया। अकेले जमशेदपुर में ही 150 करोड़ रुपये से ज्यादा के जीएसटी घोटाले का खुलासा हुआ है।
बबलू की गिरफ़्तारी के बाद जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम इस पूरे मामले की तह तक जाने में जुट गयी है। टीम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। साथ ही, टीम यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि बबलू ने कितने समय से जीएसटी की चोरी की है और उन्होंने कितना काला धन कमाया है। बबलू की गिरफ़्तारी से जमशेदपुर के व्यापारिक हलकों में हड़कंप मच गया है। कई और बड़े व्यापारियों के भी इस मामले में फंसने की आशंका है।