-मोदी ने दिया इस्तीफा, राष्ट्रपति ने लोकसभा भंग क
सहयोगी दलों ने मोदी को समर्थन पत्र सौंपा
-संसदीय दल की बैठक 7 जून को होगी, इसके बाद दावा करेंगे पेश
आजाद सिपाही संवाददाता
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गयी है। इसी सिलसिले में बुधवार को एनडीए की पहली बैठक पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई। एक घंटे चली बैठक में मोदी को एनडीए का नेता चुना गया। बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के सांसदों की 7 जून को बैठक होगी। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे के बीच सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राष्ट्रपति के पास जायेंगे। राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा को सभी सहयोगी दलों के साथ वन-टू-वन बात करने और नयी सरकार के स्वरूप पर चर्चा करने की जिम्मेदारी दी गयी है। इस बीच पीएम मोदी के इस्तीफे और कैबिनेट को भंग करने की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा को भंग कर दिया।
सुदेश बैठक में हुए शामिल:
झारखंड में एनडीए का साथी आजसू है। यहां आजसू को गठबंधन के तहत 14 में से एक सीट गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र पर चुनाव लड़ने के लिए दिया गया था। आजसू ने यहां से जीत हासिल की है। आजसू प्रमुख सुदेश महतो भी बैठक में शामिल हुए।
बैठक में इन दलों के नेता हुए शामिल:
भाजपा से नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, चंद्रबाबू नायडू (टीडीपीए), नीतीश कुमार (जदयू), एकनाथ शिंदे (एसएचएस), एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस), चिराग पासवान (लोजपा-रामविलास) जीतन राम मांझी (हम), पवन कल्याण (जेएसपी), सुनील तटकरे (राकांपा), अनुप्रिया पटेल (एडीएस), जयंत चौधरी (रालोद), प्रफुल्ल पटेल (एनसीपी), प्रमोद बोरो (यूपीपीएएल), अतुल बोरा (एजीपी), इंद्रा हैंग सुब्बा (एसकेएम), सुदेश महतो (आजसू) और जदयू से राजीव रंजन सिंह और संजय झा बैठक में शमिल हुए।
मोदी ने राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार दोपहर दो बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही मंत्रिमंडल भंग करने की सिफारिश की। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। साथ ही उनसे और मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया कि वे नयी सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें। इससे पहले मोदी मंत्रिमंडल की सुबह 11.30 बजे आखिरी बैठक हुई। बैठक में 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश हुई। इसमें सरकार ने तीसरी बार जीत को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया।