नयी दिल्ली। भारत सरकार ने आगामी जनगणना 2026 के पहले चरण की तारीख तय कर दी है। रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त मृत्युंजय कुमार नारायण ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर बताया कि हाउस लिस्टिंग ऑपरेशन और हाउसिंग जनगणना एक अप्रैल 2026 से शुरू होगी। दो चरणों में जनगणना होगी। पहले चरण में मकान सूचीकरण काम होगा, जिसे हाउस लिस्टिंग ऑपरेशन (एचएलओ) भी कहा जाता है। इसमें हर घर की स्थिति, सुविधाएं और संसाधनों की जानकारी ली जाती है। वहीं दूसरा चरण जनसंख्या गणना का है। यह चरण 1 फरवरी 2027 से शुरू होगा। इसमें हर व्यक्ति की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक जानकारी ली जायेगी।
क्या है मकान सूचीकरण काम?
इस चरण में सरकार यह पता लगायेगी कि घर की दीवार, छत और फर्श किस सामग्री की बनी है। घर में कितने कमरे हैं, कितने लोग रहते हैं, घर में शादीशुदा जोड़े हैं या नहीं, क्या घर का मुखिया महिला है या वह अनुसूचित जाति/जनजाति से है। इस दौरान घर के लोगों से कई सवाल भी पूछे जायेंगे। उनकी जाति भी पूछी जायेगी।
डिजिटल तरीके से होगी जनगणना
इस बार की जनगणना खास होगी, क्योंकि यह पूरी तरह डिजिटल माध्यम से की जायेगी। इसके लिए मोबाइल एप का इस्तेमाल होगा। साथ ही लोगों को स्वयं से जानकारी देने की सुविधा भी दी जायेगी।
जनगणना में 35 लाख लोग होंगे तैनात
सरकार ने बताया कि जनगणना के लिए 34 लाख से अधिक पर्यवेक्षक और गणनाकार तैनात किये जायेंगे। वहीं 1.3 लाख से अधिक जनगणना अधिकारी काम में लगाये जायेंगे। बता दें कि यह भारत की 16वीं जनगणना होगी, जबकि स्वतंत्रता के बाद यह आठवीं जनगणना होगी।
इस बार जाति की भी जानकारी ली जायेगी
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस बार जातिगत आंकड़े भी एकत्रित किये जायेंगे। यह फैसला लंबे समय से सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों की मांग पर आधारित है। वहीं राज्य सरकारों और जिला प्रशासन से कहा गया है कि वे गणनाकारों की नियुक्ति और उनके कार्यों का बंटवारा जल्द करें, ताकि समय पर काम शुरू किया जा सके।