नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ संगठन ने भारत को ट्रैकोमा मुक्त घोषित कर दिया है। ट्रैकोमा आंखों की संक्रामक बीमारी है, जोजीवाणु क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस के कारण होती है। केंद्र सरकार के 11 साल की उपलब्धियां गिनवाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बुधवार को कहा कि देश ने एक और उपलब्धि हासिल की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को ट्रैकोमा-मुक्त घोषित कर दिया है।
नड्डा ने एक्स पोस्ट में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को ट्रैकोमा-मुक्त घोषित किया है, जिससे एक ऐसी बीमारी खत्म हो गई है जो कभी व्यापक अंधेपन का कारण बनती थी। स्वच्छता, पहुंच और नेत्र देखभाल सेवाओं में निरंतर प्रयासों के साथ, यह उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारी अब समाप्त हो गई है। सार्वजनिक स्वास्थ्य में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर और भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली, सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और लाखों नागरिकों के लिए गर्व का क्षण। विश्व स्तर पर अंधेपन के प्रमुख कारणों में से एक ट्रेकोमा रोग लंबे समय से सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय रहा है। इस बीमारी को खत्म करने के लिए भारत ने जो प्रयास किए उसके निश्चित ही बेहतर परिणाम देखे गए, नतीजतन इसे सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि ट्रैकोमा को अति संक्रामक रोग के रूप में जाना जाता है। संक्रमित व्यक्ति की आंखों, पलकों और नाक-गले के स्राव के संपर्क में आने से दूसरे लोगों को संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं जैसे रूमाल और तौलिए के इस्तेमाल से भी संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है।