श्रीनगर/नयी दिल्ली: हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रहे आतंकी बुरहान वानी की शनिवार को बरसी है। ऐसे में घाटी में किसी भी खतरे से निपटने के लिए पुलिस और आर्म्ड फोर्सेस को अलर्ट किया गया है। अमरनाथ यात्रा की सिक्यूरिटी में 21000 एक्स्ट्रा जवान लगाए गए हैं। गुरुवार रात को यहां इंटरनेट सर्विस भी बंद कर दी गई, हालांकि सुबह इसे बहाल कर दिया गया। राज्य के आईजीपी का कहना है कि जरूरी हुआ तो इंटरनेट को आगे भी बंद किया जा सकता है।
बुरहान की बरसी पर अलर्ट?
राज्य सरकार ने घाटी के स्कूल-कॉलेजों में 6 जुलाई से 10 दिन की गर्मी की छुट्टी कर दी है। बता दें कि इसी दौरान यहां के एक आतंकी गुट यूनाइटेड जेहाद काउंसिल (यूजेसी) ने बुरहान वानी की बरसी पर विरोध जताने का एलान किया है। पिछले साल स्कूलों में 1 से 17 जुलाई तक छुट्टी की गयी थी। कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल आॅफ पुलिस (आइजीपी) मुनीर अहमद खा ने कहा, लॉ एंड आॅर्डर को बनाये रखने के लिए जो भी इंतजाम जरूरी होंगे किये जायेंगे। आतंकी हमले को लेकर भी अलर्ट किया गया है। हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या आतंकी हमले का कोई इनपुट मिला है, तो इस पर उन्होंने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सिक्युरिटी एजेंसी हर एक खुफिया सूचना को गंभीरता से ले रही हैं। कश्मीर घाटी में एहतियात के तौर पर गुुरुवार रात को इंटरनेट सर्विस भी बंद की गयी, लेकिन सुबह उसे बहाल कर दिया गया।
अमरनाथ यात्रा की सिक्यूरिटी बढ़ायी
उधर, अमरनाथ यात्रा की सिक्युरिटी में भी सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के 21 हजार जवान और तैनात कर दिये गये हैं। इसमें 40 हजार जवान पहले से ही तैनात हैं। यूनियन होम मिनिस्टी के सेकेंट्री राजीव महर्षी ने बताया कि 8 जुलाई को अमरनाथ यात्रा पर खतरे को देखते हुए सेंट्रल फोर्सेस की 214 कंपनियां भेजी गयी हैं।
ब्रिटेन में नहीं मिली रैली की अनुमति
उधर, बुरहान वानी डे पर ब्रिटेन के बर्मिंघम में की जाने वाली रैली की इजाजत को सिटी काउंसिल ने बुधवार को वापस ले लिया। काउंसिल ने यह कदम भारत के विरोध जताने के बाद उठाया। यह रैली ब्रिटेन में रहने वाले कश्मीरियों की तरफ से की जा रही थी।
6 महीने में 50 युवा बने आतंकी
एक सीनियर पुलिस आॅफिसर के सिक्युरिटी एजेंसी के डाटा के आधार पर बताया कि, बीते छह महीनों में घाटी में कम से कम 50 युवा हथियार उठा चुके हैं।
इनमें से ज्यादातर साउथ कश्मीर के पुलवामा, शोपियां ओर कुलगाम से हैं। इससे पहले एक आॅफिसर ने कहा था कि बुरहान की मौत के बाद से घाटी में अब तक 80 युवा हथियार उठा चुके हैं। इन जिलों में टेक्नोलॉजी में एक्सपर्ट युवा हैं, जो आतंकी बन रहे हैं।