रांची: भारी बारिश ने राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में तबाही मचायी है। लगातार पांच दिनों से हो रही बारिश ने झारखंड को पानी-पानी कर दिया है। बुधवार को बारिश ने सात लोगों की जान ले ली। मंगलवार को बारिश से नौ लोगों की मौत हो गयी थी। सिर्फ दो दिनों की बात करें, तो बारिश से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। एहतियात के तौर पर गुरुवार को भी प्रशासन ने स्कूल बंद रखने का निर्देश जारी किया है। रांची डीसी के निर्देश के आलोक में स्कूलों ने यह कदम उठाया है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को आकाश में बादल छाये रहेंगे। बारिश और वज्रपात होने के आसार हैं।
जानकारी के अनुसार लोहरदगा से रांची आ रही एंबुलेंस पुल पर नदी के बहाव में फंस गयी और एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी। रामगढ़ में एक होंडा सिटी कार भैरवा जलाशय में समा गयी, जिससे दो की मौत हो गयी। इधर, एक की मौत खूंटी में हुई है। मंगलवार को रांची में सर्वाधिक तीन, धनबाद में दो और हजारीबाग, गढ़वा, गिरिडीह, बालूमाथ, बोकारो में एक-एक व्यक्ति की जान बारिश की वजह से गयी। बारिश के कारण बिजली गुल और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार चार दिनों से हो रही वर्षा से हर ओर पानी ही पानी है। कई प्रमुख नदियां उफान पर हैं, तो लबालब हो चुके डैम का गेट खोलने से आसपास के इलाकों में बाढ़ सा नजारा है। दर्जनों डायवर्सन पानी में समा गये हैं। दर्जनभर पुल-पुलिया बह गये।
रांची में गिरी खाली बिल्डिंग, बच गयी जान
राजधानी रांची में लगातार हो रही बारिश कहर बन कर टूट रही है। इस कारण यहां के सदर थाना क्षेत्र स्थित ढेला टोली में बुधवार को अहले सुबह 4 मंजिला अपार्टमेंट भरभराकर गिर पड़ा। बिल्डिंग एक साथ ध्वस्त हो गयी। शुक्र था कि इस अपार्टमेंट में कोई नहीं रहता था। बिल्डर फूलचंद साहू ने इसे बनवाया था। अचानक अपार्टमेंट गिरने की वजह से आसपास के लोग काफी भयभीत हैं।
हजारों कच्चे-पक्के मकान ध्वस्त
बारिश की वजह से राज्य के हजारों कच्चे-पक्के मकान ध्वस्त हुए हैं। पुराने घर के गिरने का खतरा अब भी मंडरा रहा है। बुधवार को जगन्नाथपुर थाना के पीछे लीची बगान में भी दो मकान गिरे। अशोक नगर से सटी बस्ती में छह मकान गिर गये। हिनू में भी दो कच्चे मकान गिरे हैं। राज्यभर में हजारों की संख्या में कच्चे मकान ध्वस्त होने की सूचना है।
रेल की रफ्तार धीमी विमान पर भी असर
बारिश की वजह से बुधवार को भी सड़कों पर वीरानी सी छायी रही। रेलवे की रफ्तार भी धीमी हुई है। दिल्ली से रांची आने वाला विमान भी विलंब से रांची पहुंचा। बरसात के कारण कटती बिजली ने लोगों की परेशानी और बढ़ायी। कारोबार पर जहां बारिश ने बुरा प्रभाव डाला है, वहीं किसानों के चेहरे खिले हुए हैं।
चुटुपालु में लैंड स्लाइड, हादसा टला
रामगढ़ में पहाड़ पर भू-स्खलन हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 33 पर पहाड़ का एक हिस्सा टूट कर गिर गया। बारिश के कारण सड़क पर वाहनों की भीड़ नहीं होने की वजह से बड़ा हादसा टल गया। जब लैंड स्लाइड हो रहा था, उस वक्त एक बाइक सवार वहां से गुजरा, लेकिन पहाड़ से गिरी चट्टानें वहां तक नहीं पहुंच सकीं। इसलिए वह बच गया।
कहां-क्या हुआ
लोहरदगा : सीठियो कोयल नदी में चार लोग बहे। इसमें एक ही परिवार के चार की मौत हो गयी। एंबुलेस से लोग रांची जा रहे थे। इसमें 6 लोग सवार थे। ड्राइवर और एक अन्य बच गये, बाकी 4 बह गये।
रांची : बड़े इलाके में बिजली की सप्लाई बाधित।
रामगढ़ : गोला के सेनेगढ़ा में भैरवा जलाशय में समायी होंडा सिटी कार। दो की मौत। रांची से अपने घर कटहरा बोकारो जा रहे थे। इधर, गांधी घाट पर कई झोंपड़ी पानी के बहाव में बह गयीं। यहां खटाल की 4 भैंस भी दामोदर में समा गयीं।
धनबाद : पंचेत डैम का जलस्तर खतरे के निशान से 5 फीट ऊपर। तेनुघाट से पानी छोड़ने के कारण डैम का जलस्तर 432 एकड़ फीट पहुंचा। 4 लाख एकड़ फीट अधिक पहुंचा। हाइ अलर्ट जारी किया गया है। एनडीआरएफ टीम पहुंच चुकी है।