रांची: सेना मुख्यालय दीपाटोली में बुधवार को कारगिल विजय दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर सीमा पर शहीद हुए जवानों के परिजनों को सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में अल्बर्ट एक्का की पत्नी बलमदीन एक्का, शहीद संकल्प की पत्नी प्रिया संकल्प सहित कई अन्य लोग शामिल हुए। इस मौके पर शहीद संकल्प की पत्नी प्रिया संकल्प की आंखें नम हो गयीं। उन्होंने कहा कि यह दिन या फिर और कोई दिन हमारे लिए गर्व का दिन होता है। उन्होंने कहा कि आज का दिन दिवाली या होली से ज्यादा बड़ा दिन है। उन्होंने कहा कि दोनों सरकार और सेना ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है। सभी के लिए जिंदगी बहुत मुश्किल होती है मगर इतने शान के साथ जीना बहुत बड़ी बात होती है।
बीएड कॉलेज बरियातू में पढ़ा रहीं प्रिया ने कहा कि संकल्प के शहीद होने की खबर जब मिली थी, तब मुझे यही लगा था कि संकल्प जो भी जिंदगी में करना चाहते थे, वह सबकुछ मुझे करना है। उन्होंने कहा कि आज भी मैं वैसी ही जिंदगी जी रही हूं जैसे संकल्प मेरे लिए या बच्चों के लिए चाहते थे. उन्होंने कहा कि खुद में रहना स्वार्थी बने रहने जैसी चीज होती है।

जमशेदपुर में भी मनाया गया कारगिल दिवस
कारगिल विजय दिवस को लेकर जमशेदपुर के सोनारी के आर्मी कैंप में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां कारगिल विजय दिवस को लेकर युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिवार के लोगों और कारगिल युद्ध में योगदान देने वाले जवानों को सम्मानित किया गया। साथ ही कारगिल युद्ध में अपने दोनों हाथ गंवा देने वाले हवलदार मानिक को भी सम्मानित किया गया।

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