यहां तेजस्वी राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल होने के लिए आए हुए थे। बैठक से निकलने के बाद पत्रकारों ने तेजस्वी से सवाल पूछने की कोशिश की, तो उनके सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों पर हमला कर दिया। उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें दौड़ा कर मारा गया।
गौरतलब है कि लालू यादव के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज हो गया है। लालू यादव ने तेजस्वी के पद से हटने से इन्कार किया है, लेकिन माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी को लेकर असहज स्थिति में हैं और वह इस संबंध में जल्द ही कोई निर्णय ले सकते हैं।
इससे पहले नीतीश कुमार ने मंगलवार को पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वह भ्रष्टाचार के मामले को सहन नहीं करेंगे। उन्होंने तेजस्वी का नाम लिए बिना यह कहा था कि जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं उन्हें तथ्यों के साथ जनता के बीच जाना चाहिए।
माना जा रहा है कि तेजस्वी के भविष्य पर निर्णय लेने के लिए लालू परिवार को चार दिन का वक्त दिया गया है। इसके बावजूद अगर कोई फैसला नहीं होता है तो नीतीश कुमार बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।