गो-रक्षक और मॉब लिचिंग जैसे मामले को रोकने के लिए अब महाराष्ट्र पुलिस आने वाले दिनों में एक ऐसी जांच किट लाने वाली है, जिससे कुछ ही मिनटों में यह पता चल सकता है कि जब्त किया गया मांस बीफ है या नहीं. मुंबई की कलिना फॉरेंसिक लैब ने इस किट को तैयार किया है. माना जा रहा है की अगले महीने से यह जांच किट पूरे राज्य में पुलिस के पास होगी.
पिछले कुछ महीनों से बीफ को लेकर पूरे देश में काफी ज्यादा बवाल मचा हुआ है. कहीं बीफ को लेकर मारपीट तो कही मॉब लिंचिंग के मामले सामने आए है.
महाराष्ट्र में बीफ को लेकर कई मामले सामने आए, जिसमें कई बार लॉ एंड ऑडर खराब होने की नौबत आई. ऐसे मामलों से बचने और बीफ मीट के तस्करों पर नकेल कसने के लिए पुलिस और फॉरेंसिक लैब ने एक ऐसी किट तैयार की है जो कुछ ही मिनटों में यह बता सकती है कि जब्त किया गया मांस बीफ का है या नहीं.
एफएसएल की डायरेक्टर कृष्णा कुलकर्णी ने बताया, हमने पुलिस के कहने पर एक ऐसी किट तैयार की है जो बीफ की जांच कर सकती है. इतना ही नहीं सिर्फ तीस मिनट में इसकी रिपोर्ट आ जाती है. अगर बीफ होगा तो उसका रंग बदल जाएगा. इससे पहले बीफ टेस्ट करने में काफी समय लगता था. एफएसएल के अधिकारियों का मानना है कि इस समय वो लोग 100 पुलिसकर्मियों को इस किट के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दे रहे हैं. वहीं महाराष्ट्र पुलिस का मानना है की पूरे राज्य में 45 ऐसे स्टेशन बनाए जाएंगे जहां इस किट को रखा जाएगा.