रांची: स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि राज्य में डाक्टरों की कमी न हो, इसके लिए सरकार ने पहले चरण में तीन नये मेडिकल कॉलेज को खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पलामू, हजारीबाग और दुमका में मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। यह निर्माण कार्य जनवरी 2019 तक पूर्ण हो जायेगा। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत राज्य के सभी लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। झारखंड सरकार राज्य में चिकित्सा सेवा को बेहतर करने के लिए रांची के इटकी में मेडिको सिटी बसाने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने उक्त बातें सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कही।

मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए 200 करोड़ का प्रावधान
उन्होंने बताया कि राज्य के सुदूर क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा को बेहतर करने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है और इसके लिए कई योजनाओं के माध्यम से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत सेकेंडरी स्वास्थ्य बीमा सेवा के लिए 50,000 रुपये एवं वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त लाभ के रूप में 30,000 रुपये दुर्घटना से मृत्यु या पूर्ण विकलांगता पर दो लाख रुपये और आंशिक विकलांगता पर एक लाख रुपये की राशि दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 में 200 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।

अगस्त में शुरू होगी 108 एंबुलेंस सेवा
चंद्रवंशी ने कहा कि विभाग रांची के इटकी में पीपीपी मोड पर मेडिको सिटी विकसित करने वाला है। यहां स्वास्थ्य से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह योजना कुल 91.820 करोड़ रुपये की होगी, जो 66.18 एकड़ भूमि पर तैयार की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवा अगस्त माह से शुरू कर दी जायेगी। इसके लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2017 तक राज्य में कुल 329 एंबुलेंस तैयार कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि विभाग ने रांची में निमार्णाधीन 500 बेड वाले सदर अस्पताल को जुलाई माह में शुरू कर दिया जायेगा। पहले चरण में 200 बेड वार्ड भवन में शुरू किया जायेगा।

817 चिकित्सकों की होगी नियुक्ति
सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि राज्य में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने करने के लिए विभाग ने 817 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की अधियाचना जेपीएससी को भेज दी है। वहीं रिम्स में 71 चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। राज्य के मलेरिया ग्रसित क्षेत्रों में लगभग 19 लाख मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया जा रहा है। राज्य के चार जिलों गोड्डा, पाकुड़, साहेबगंज और दुमका में शत-प्रतिशत कालाजार उन्मूलन का कार्यक्रम चल रहा है। मौके पर निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सुमंत मिश्रा एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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