पटना: नीतीश कुमार के महागंठबंधन को तोड़कर बीजेपी के साथ जाने को लेकर अब जेडीयू में खुलकर विरोध शुरू हो गया है। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शरद यादव ने सोमवार को इस गठबन्धन को दुर्भाग्यपूर्ण बता दिया हैं। उन्होंने संसद की कार्रवाई में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से बातें कहीं।
बिहार में एनडीए के साथ गठबंधन के बाद भी नीतीश सरकार की राह आसान नहीं नजर आ रही है। महागठबंधन को तोड़कर एनडीए के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार पर अब उनकी ही पार्टी से करारे हमले होने लगे हैं। सोमवार को जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला, उन्होंने कहा कि वह नीतीश कुमार के इस फैसले से सहमत नहीं हैं।
वरिष्ठ नेता शरद यादव ने इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया। शरद यादव ने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा कि मैं बिहार में लिए गए पार्टी के फैसले से सहमत नहीं हूं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने ने कहा कि बिहार में महागठबंधन तोड़ने के फैसले पर शरद यादव ने कहा कि 2015 विधानसभा चुनाव में जनादेश महागठबंधन तोड़ने के लिये नहीं मिला था।
सरकार के गठन के बाद अभी तक खामोश रहे शरद यादव ने सोमवार को नीतीश सरकार पर आखिरकार अपनी भड़ास निकाल ही दी। वहीं सरकार के गठन के बाद से ही जेडीयू के कई नेता नीतीध कुमार के फैसले से नाराज थे जोकि अब खुलकर सामने आ चुकी है। हाल ही में लालू यादव ने भी शरद यादव को अपने साथ आने की बात कही थी।