सावन के पहले सोमवार को अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में सात लोगों की मौत हो गई जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए। इस आतंकी हमले में 45 से अधिक लोगों की जान बस के ड्राइवर ने अपनी बहादुरी से बचाई। आंतकी हमले के समय फरिश्ता बन लोगों की जान बचाने वाले ड्राइवर का नाम सलीम शेख है।

आतंकी हमले के समय बस ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए मौके से बस को किसी तरह भगाकर सुरक्षाबल के कैंप तक पहुंचाया। जिससे 49 लोगों की जान बच सकी। हमले के शिकार हुए अधिकतर यात्री महाराष्ट्र और गुजरात के थे।

वलसाड के ओम ट्रैवल्स की बस का ये ड्राइवर सूरत का रहने वाला है। सोशल मीडिया पर सलीम हीरो बन गया है। लोग उसकी बहादुरी को सलाम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जब आतंकियों ने बस पर फायरिंग शुरू की तब ड्राइवर सलीम शेख ने महसूस कर लिया कि अगर उन्होंने बस रोकी तो ये आतंकी सभी लोगों को मौत के घाट उतार सकते हैं।

इसी डर के कारण सलीम शेख ने बस ना रोकने का फैसला किया। जब सलीम ने बस को भगाने की कोशिश की तो आतंकियों ने उस पर गोलियां चलाईं। भाग्यवश वह आतंकियों की गोलियों का शिकार होने से बच गया। बस को  भागता देख आतंकियों ने बस के पहिये को निशाना बनाकर गोलियां चलाई। टायर पंचर होने के बाद भी सलीम ने बस को नहीं रोका और बस सुरक्षाबलों के कैंप तक पहुंचा दिया।

सलीम के रिश्तेदार जावेद ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘उन्होंने रात साढ़े 9 बजे मुझे फोन करके गाड़ी पर हुई फायरिंग की जानकारी दी थी।

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