रांची: भाजपा ने सोरेन परिवार को लेकर एक और बड़ा खुलासा बुधवार को किया है। इस बार तीनों सोरेन बंधुओं पर निशाना साधा है। प्रेस कांफ्रेंस में जमीन का डॉक्यूमेंट प्रस्तुत करते हुए कहा गया कि राज्य के कई जिलों में सोरेन बंधुओं ने सीएनटी और एसपीटी का उल्लंघन कर औने-पौने दाम में जमीन खरीदी है। सीएनटी-एसपीटी को यहां के आदिवासी-मूलवासियों की मूल आत्मा बताने वाले सोरेन बंधुओं ने ही जमकर सीएनटी-एसपीटी का उल्लंघन किया है।
भाजपा के उपाध्यक्ष प्रो आदित्य प्रसाद साहू और प्रदेश प्रवक्ता जेबी तुबिद ने संयुक्त रूप से शिबू सोरेन के परिवार पर आदिवासी जमीन हड़पने का आरोप लगाया। कहा कि धनबाद के गोविंदपुर में भी सोरेन परिवार ने सीएनटी और एसपीटी का उल्लंघन कर जमीन खरीदी है। दुर्गा सोरेन, हेमंत सोरेन और बसंत सोरेन के नाम 2006 में गोविंदपुर काशीटांड़ में करोड़ों रुपये मूल्य की 1.51 एकड़ जमीन मात्र पौने तीन लाख में खरीदी गयी। इस बार भी पता काशीटांड़, थाना गोविंदपुर, जिला धनबाद दर्शाया गया है। यह जमीन अनुसूचित जनजाति के नीलू मरांडी और शंभू मरांडी से ली गयी है। मजेदार है कि पेशा में सोरेन बंधुओं ने कृषि दर्शाया है। पूरे प्रकरण में कानून का उल्लंघन हुआ है। जिस अधिकारी ने रजिस्ट्री का परमिशन दिया है, उसकी भूमिका भी संदेहास्पद है।
कहा कि शिबू सोरेन ने महाजनी प्रथा के विरोध में बिगुल फंूक राजनीति में कदम रखा था। सत्ता में आने के बाद शिबू सोरेन के परिवार ने मिलकर झारखंड के कई जिलों में आदिवासियों की जमीन कौड़ी के भाव खरीदी। महाजनी प्रथा के विरुद्ध में भाजपा सरकार ने नियम बनाया है, जबकि शिबू सोरेन परिवार जमींदार बन बैठा है। सोरेन परिवार ने जगह और पत्राचार का पता बदल कर जमीन खरीदने का काम किया है। एक ओर महाजनी प्रथा खत्म हुई, वहीं दूसरी ओर सोरेन परिवार ने जमीदारी प्रथा चालू कर दी । मौके पर भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव, शिवपूजन पाठक भी मौजूद थे।
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