रांची। झारखंड की राजधानी रांची के शहर कांके में गुरुवार को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कोल मैनेजमेंट (आईआईसीएम) के श्रमिक संघ ने ठेका श्रमिकों की समस्याओं को लेकर बैठक आयोजित की। इसमें उन्होंने श्रमिकों की समस्याएं और उनकी मांगें पूरी नहीं होने पर प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश जताया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के अध्यक्ष अजय राय ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के भीतर श्रमिकों की लंबित मांगों का समाधान नहीं किया गया तो ठेका श्रमिक चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी आईआईसीएम प्रबंधन और प्रशासन की होगी। बैठक में समस्याओं के बाबत एक ज्ञापन पत्र केंद्रीय मंत्री, झारखंड के मुख्यमंत्री, चेयरमैन कोल इंडिया लिमिटेड और श्रम आयुक्त झारखंड को भेजा जाएगा।
राय ने कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड के निदेशक मंडल ने ठेका श्रमिकों को बीमा, आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा देने का निर्णय लिया था, लेकिन आईआईसीएम प्रबंधन की उदासीनता के कारण इनका अब तक क्रियान्वयन नहीं हो सका है। श्रमिकों का ईएल, ग्रेच्युटी और बोनस पिछले दो महीने से बकाया है। अगस्त माह का वेतन भी अब तक जारी नहीं हुआ है।
संघ ने आरोप लगाया कि प्रबंधन ने केवल कागजी घोषणाएं की हैं, जबकि बीमा, स्वास्थ्य, आवास और बच्चों की शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं अब तक श्रमिकों को नहीं मिली हैं।
वहीं, 30 वर्षों से कामकर रहे कई श्रमिकों को स्थायी नहीं किया गया, जबकि कुछ को अधिकारियों की कृपा से मनमानी पदोन्नति दी गई है।
इस मौके पर विजय शर्मा, धर्मेंद्र कुमार, मनोज सिंह, आलोक झा, वीर बहादुर सिंह, निर्मला देवी, पूनम तिर्की, मदाली कुजुर, राहिल, मदीना खातून, अनीता तिग्गा सहित बड़ी संख्या में श्रमिक मौजूद थे।