रांची। गुरु पूर्णिमा के मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा सरना आदिवासी धर्मगुरु से आशीर्वाद लेने पर बयानबाजी शुरू हो गयी है। इस बावत केंद्रीय सरना समिति ने प्रदेश कार्यालय में समाज के प्रबुद्ध, बुद्धिजीवियों की बैठक आहूत कर कहा कि ईसाई मिशनरी के दलाल सरना आदिवासियों को तोड़ने के लिए हर हथकंडा अपना रहा है। समिति के प्रदेश अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि पाहन पुजारी को धर्मांतरण करा कर धर्म संस्कृति, परंपरा को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यकारी अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा की चर्च प्रायोजित अजय तिर्की पाहन पुजारी पर गलत ब्यानबाजी कर रहे हैं।
मुख्य पाहन जगलाल पाहन को आरएसएस का एजेंट कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी भी शुभकार्य में पहन से आशीर्वाद लिया जाता है, ऐसे में मुख्यमंत्री गुरु पूर्णिमा को पहन से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। वहीं महासचिव संजय तिर्की ने कहा कि सरना आदिवासी मिशन भाई भाई काने वाले मिशनरी के दलाल है। ईसाई कभी भी आदिवसियों के हितैसी नहीं हुआ है। अजय तिर्की को सरना आदिवासियों की चिंता नहीं मिशनरियों की चिंता है। बैठक में मुख्यपाहन जगलाल पाहन ने कहा कि अजय तिर्की को मालूम होना चाहिए की गुरुपूर्णिमा पुरे भारतवर्ष में मनाया जाता है और इसदिन गुरुओं को सम्मान दिया जाता है, चाहे वह किसी भी धर्म या समाज का हो। मुख्यमंत्री भी इसदिन आशीर्वाद लेने आये थे, यह आदिवासियों के लिए गर्व की बात है।
बैठक में संरक्षक रामसहाय सिंह मुंडा, ललित कच्छप, डब्ल्यू मुंडा, जगन्नाथ तिर्की, अंजू टोप्पो, किरण तिर्की, देवी सहित कई सदस्य मौजूद थे।
मुख्यमंत्री आशीर्वाद लेने आये थे, यह आदिवासियों के लिए गर्व की बात है : केंद्रीय सरना समिति