रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही भी हंगामा के बीच ही शुरू हुई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। वे लोग बुधवार को यूथ कांग्रेस पर लाठीचार्ज का विरोध कर रहे थे। जेवीएम और झामुमो के विधायकों ने भी इनका समर्थन किया। सुखदेव भगत ने संबंधित पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग की।
विधानसभा में गूंजा कांग्रेसियोंं की कुटाई का मामला
जवाब में संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि बुधवार को पुलिस पर पथराव हुआ था। बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गयी थी, उसके बाद पुलिस ने हल्के ढंग से लाठीचार्ज किया था। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि दोषी पदाधिकारी पर कार्रवाई हो और मामले की न्यायिक जांच हो। पहली पाली में विधानसभा की कार्यवाही सिर्फ 44 मिनट चली।
कार्यस्थगन प्रस्ताव को स्पीकर ने किया अमान्य
मुसलमान, इसाई और दलित पर कथित अत्याचार का हवाला देकर जेवीएम विधायक प्रदीप यादव ने कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया, जिसे स्पीकर ने खारिज कर दिया। इसके अलावा कुणाल षाड़ंगी ने सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति में त्रुटि रहने, आलमगीर आलम ने लाठीचार्ज और स्टीफन मरांडी ने इसाई पर हो रहे हमले को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया। इसे स्पीकार ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह व्यापक लोकहित का मामला नहीं है।